अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. कोविड-19 के अध्ययन में चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी है. कोरोना से संक्रमित होकर ठीक होने वालों को कम से कम छह महीने बहुत सावधान रहने और अपना ध्यान रखने की ज़रूरत है. संक्रमण से निजात मिल जाने के बावजूद छह महीने तक मौत का जोखिम बना रहता है.
पत्रिका नेचर में छपी एक रिसर्च में बताया गया है कि कोरोना तो चला जायेगा लेकिन आने वाले दिनों में दुनिया की एक बड़ी आबादी को बीमारियों पर अच्छा ख़ासा खर्च करना पड़ेगा. कोरोना संक्रमण का शिकार हुए 87 हज़ार लोगों पर की गई रिसर्च से यह बात सामने आयी है कि कोविड-19 शरीर के हर अंग को प्रभावित कर सकता है. इस संक्रमण से उबर चुके लोग मामूली बीमारियों की वजह से भी अपनी जान गंवा सकते हैं.
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इस रिसर्च में बताया गया है कि कोरोना संक्रमण को हराकर निकले लोगों का बहुत ध्यान रखने की ज़रूरत है. ऐसे मरीजों के दिल की धड़कन अनियमित हो, सर के बाल अचानक से गिरने लगें तो मरीज़ के रिश्तेदारों को सतर्क हो जाना चाहिए और मरीज़ की फ़ौरन जांच करवानी चाहिए. ऐसे मरीजों को छह महीने तक ख़ास ध्यान रखने की ज़रूरत है.