अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. चीन से चल रहे तनाव के दौर में भी भारत चीन के 45 इन्वेस्टमेंट प्रस्तावों को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है. इन प्रस्तावों में चीन के ग्रेट वाल मोटर और SIAC मोटर कारपोरेशन का नाम भी है. भारत ने चीन के साथ साल भर पहले हुई हिंसक झड़प में अपने 20 सैनिकों की शहादत के बाद चीन से व्यापारिक रिश्ते तोड़ लिए थे. भारत ने चीन के मोबाइल एप भी प्रतिबंधित कर दिए थे.
भारत के साथ खराब संबंधो के दौर में चीन के साथ करीब दो अरब डालर के निवेश प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चले गए. जानकारी के अनुसार ग्रेट वाल और जनरल मोटर्स ने पिछले साल एक प्रस्ताव पेश किया था. इस प्रस्ताव में चीन की ऑटो निर्माता कंपनी भारत में अमरीकी कार कंपनी का प्लांट खरीदने वाली थी. यह प्रस्ताव भी पाइपलाइन में फंसा हुआ था.
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भारत के साथ चीन का व्यापारिक रिश्ता फिर बनता है तो ग्रेट वाल भारत में एक अरब डालर का निवेश करेगी. इसी साल यह कम्पनी भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री भी शुरू कर देगी. चीन की सेना के पीछे हटने के बाद तनाव घटा है और अब निवेशकों को उम्मीदें बढ़ी हैं कि ऑटो मोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स और टेक्सटाइल के क्षेत्र में भेजे गए प्रस्तावों को भारत सरकार हरी झंडी दे सकती है.