अवधनामा ब्यूरो
लखनऊ. देश की सर्वोच्च अदालत से हरी झंडी मिलने के बाद माफिया सरगना और विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश लाने की तैयारी ज़ोरों पर चल रही है. प्रदेश की बांदा जेल में कई दिन तक तैयारियां भी की गईं लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से मुख्तार को बांदा जेल में शिफ्ट करने से मना कर दिया है. वरिष्ठ अधिकारियों ने यह राय दी है कि मुख्तार अंसारी को किसी सेंट्रल जेल में रखा जाए.
बांदा जेल के निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने वहां मुख्तार अंसारी को न शिफ्ट करने की सिफारिश करते हुए कहा कि बांदा में हाई सेक्योरिटी बैरक नहीं है. इस जेल में क्षमता से दो गुना कैदी बंद हैं. इस जेल के अस्पताल में ऐसे डाक्टर नहीं हैं जो गंभीर बीमारियों का इलाज करने में सक्षम हों. सुरक्षा के मामले में न जेल को भीतरी तौर से सुरक्षित पाया गया और न बाहरी तौर पर ही इसे सुरक्षित पाया गया.
बांदा जेल का निरीक्षण करने वाले अधिकारी हालांकि वहां मुख्तार को रखे जाने की संभावनाओं को नकार चुके हैं लेकिन इस मामले में अंतिम फैसला प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट को ही करना है. इस वजह से बांदा में सुरक्षा को लेकर जो तैयारियां शुरू हुई थीं वह भी लगातार जारी हैं. वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को ठीक कराया जा रहा है. साथ ही एक नई बैरक का भी निर्माण कराया जा रहा है.
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बांदा में मुख्तार अंसारी पहले भी रह चुके हैं. पहले वह वहां 15 नम्बर की बैरक में थे. अधिकारियों ने उस बैरक को सुरक्षित नहीं पाया. इस वजह से वहां एक नई बैरक के निर्माण का काम भी चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक़ मुख्तार को पंजाब से सीधे बांदा जेल ही लाया जाएगा. यहाँ से उन्हें कहाँ ले जाना है इसका फैसला एमपी एमएलए कोर्ट को करना है.