अवधनामा ब्यूरो
वाशिंगटन. अमेरिका के 44 वें लेकिन पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने अपने स्कूल के दिनों के दौर की याद साझा करते हुए यह खुलासा किया है कि अपने स्कूल के दिनों में उन्होंने अपने एक साथी की नाक तोड़ दी थी. दरअसल उस साथी ने बराक को लेकर एक नस्लीय टिप्पणी की थी जो उनसे बर्दाश्त नहीं हुई.
बराक ओबामा ने बताया कि स्कूल के दिनों में वह एक दोस्त के साथ बास्केटबाल खेल रहे थे, इसी दौरान दोनों में लड़ाई हो गई लड़ाई के दौरान दोस्त ने बराक को जो गाली दी वह सीधे तौर पर बराक पर नस्लीय टिप्पणी थी. यह टिप्पणी उन्हें इतनी नागवार गुज़री कि वह यह भूल गए कि वह उनका दोस्त है. उन्होंने आगे बढ़कर उसे कई तमाचे मारे. इसके बाद उसकी नाक पर ऐसा मुक्का जड़ा कि उसकी नाक टूट गई.
ओबामा ने अपने दोस्त को मारने से पहले समझाया कि मुझे आगे से कभी इस तरह की बात मत कहना. मैं गरीब हो सकता हूँ, अज्ञानी भी हो सकता हूँ, मैं बदसूरत भी हो सकता हूँ, मैं खुद को नापसंद आर सकता हूँ, नाखुश रह सकता हूँ लेकिन मैं तुम्हारी तरह नहीं हूँ कोई यह कहे यह मुझसे बर्दाश्त नहीं हो सकता. इसके बाद भी दोस्त नहीं माना तो उन्होंने उसकी पिटाई कर दी.
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अमेरिका काफी तरक्की कर गया है लेकिन नस्लवाद से आज भी उबर नहीं पाया है. बराक ओबामा सार्वजनिक मंचों से नस्लवाद के खिलाफ मुखर होकर बोलते रहे हैं. अभी हाल में डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में एक अश्वेत दुकानदार को टैक्स के मुद्दे पर एक पुलिसकर्मी ने इतना प्रताड़ित किया था कि उसकी मौत हो गई थी. इस घटना के बाद अमेरिका में ज़बरदस्त हिंसा हुई थी.