नगर निगम होलिका से नहीं बर्बाद होने देगा शहर की सड़कें
मिट्टी का बेस बनाकर सड़क पर जगह जगह रखी जाएंगी होलिका
कानपुर महानगर। आगामी महीनें मार्च में होली का पर्व है ऐसे में शहर में त्योहार की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। चैराहो पर होलिका दहन के लिए लकडी एकत्र की गयी है तो वहीं बिना मिटटी व ईंट के रखी शहर के विभिन्न स्थानो, चैराहो पर लकडियों द्वारा होने वाले होलिका दहन से सडकों को बचाने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। इसके लिए अभियंत्रण विभाग द्वारा होलिका के स्थानो को चिन्हित कराया जा रहा है साथ ही चिन्हित स्थानो पर मिट्टी डालने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
होली के पर्व में होने वाले होलिका दहन से सडको को बचाने के लिए कुछ समय पूर्व नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मुख्य अभियंता व जोनल अभियंताओं को आदेश दिये थे कि बालू व ईंट का बेस बनाकर लकडी रखवाई जाये जिससे सडक सुरखित रहे और सडकों को उखडने से बचाया जा सके। होलिका के स्थानो को चिन्हित कर वहां बेस बनाने का शुरू कर दिया गया है। नगर आयुक्त ने कहा कि था यदि सडक कहीं खतिग्रस्त हुई तो जिम्मेदारी जोनल अभियंता की होगी साथ ही उन्होने यह भी कहा था कि इस बात का ध्यान रखा जाये कि यातायात में व्यवधान न हो। फिलहाल चैराहो व अन्य स्थानों पर बेस के लिए मिटटी डाली गयी है।
ईंट व बालू बेस के स्थान पर डलवाई मिटटी
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा था कि होलिका दहन के स्थानों पर ईंट और बालू का बेस बनाया जाये लेकिन जोनल अभियंताओं ने उनके निर्देशो की अनदेखी कर दी। ईंट व बालू के स्थान पर मिट्टी डालकर काम चलाया जा रहा है। मिटटी भी कहीं की खुदाई की है जिसमें छोडे बडे पत्थर व टूटी ईंटे शामिल है। वीआईपी रोड मर्चेंट चेम्बर हाॅल तिराहा पर नगर निगम कर्मचारियों द्वारा मिटटी डलवाई गयी। कुछ लोगो ने बताया कि इसी मिट्टी के ढेर पर लकडियां रखी जायेगी तथा होलिका दहन किया जायेगा।
दिन भर उडती रही धूम, राहगीर व वाहन सवार रहे परेशान
नगर निगम के कर्मचारियों ने मर्चेन्ट चेम्बर हाॅल के तिराहे पर होलिका दहन बेस के लिए मिट्टी गिराई जो सडक पर फैल गयी। मंगलवार को वहां से गुजरने वाले वाहनो के कारण दिनभर धूल उडती रही। मिटटी को एक जगह ठहराव के लिए ईंट का कोई घेरा तक नही बनाया गया, जिससे राहगीरो, वाहन सवारो के साथ स्थानीय दुकानदारो को भी परेशानी हो रही है।
होलिका दहन के बाद बढेगी समस्या
यदि ईंट और बालू का बेस नही बनाया गया और मिट्टी के ढेर पर ही होली जलाई गयी तो होलिका दहन के बाद एक और समस्या उत्पन्न हो जायेगी। जो लकडिया और होलिका दहन में सामग्री जले की उसकी राख मिटटी के साथ मिल जायेगी, यदि समय से मिटटी का उठान न हुआ तो इससे समस्या बढेगी। यदि ईंट व बालू का बेस बनाया जायेगा तो जलने वाली लकडी व अन्य सामग्री एक जगह मजबूत बेस पर रहेगी और आसानी से उठाई भी जा सकती है यदि ऐसा नही होता है तो लोगो के लिए परेशानी बढ सकती है।
सर्वोत्तम तिवारी की रिपोर्ट