join us-9918956492———-
SATEESH SANGAM
मछुआरा समाज को भी चाहिए आरक्षण का लाभ -निषाद
मझवार तुरैहा, गोड़ को परिभाषित करने,मछुआरों का परम्परागत पेशा बहाल करने की मांग करते हुए राष्ट्रीय निषाद संघ ने दारुलशफा से जीपीओ तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।
लखनऊ के जीपोओ गांधी प्रतिमा पर बुधवार को राष्ट्रीय निषाद संघ के कार्यकर्ताओं ने अनुसूचित जाति में शामिल मझवार तुरैहा गोड़ जाति को परिभाषित कर उनका नाम बदलकर मल्लाह माझी केटव आदि करने तथा बाल्मीकि व चमार जाटव की भाँति आरक्षण देने की मांग की।
प्रदर्शन में मौजूद मछुआरा समाज के लोगों ने बताया कि मछुआरों की आरक्षण विसंगति को दूर नहीं किया गया है और इनका परम्परागत पेशा बहाल नहीं हुआ है जिसको लेकर हम सभी मछुआरा समाज प्रदर्शन करने के लिए मजबूर है एनएएफ के राष्ट्रीय सचिव लौटन राम निषाद ने भाजपा पर शिकंजा कसते हुए कहा कि भाजपा ने मछुआरा दृष्टि पत्र जारी कर सरकार बनने पर मछुआरों की आरछण विसंगति को दूर करने तथा मत्स्य पालन जैसे पेशों को बहाल कर नीली क्रांति को विकसित करने का वायदा किया था पर केन्द्र और राज्य में सरकार बनने के बाद भी मछुआरों के लिए सामाजिक न्याय व आर्थिक विकास व्यवसायिक उत्थान के लिए कोई कार्य नहीं कर रही है।
आगे अपनी मांग करते हुए कहा कि मछली पालन को कृषि का दर्जा देने, बालू मौरंग खनन नौकाफेरी घाट का पट्टा मछुआरों व उनकी समितियों को देने व मत्स्य बीमा योजना शुरू करने की मांग किया।
एनएएफ के बुंदेलखंड छेत्रिय अध्यक्ष चौधरी प्रकाश रायकवार ने झांसी के गढ़मऊ तालाब झील का दीर्ज कालिक पट्टा मछुआरा जातियों को देने की मांग करते हुए कहा कि इस झील पर माफिया तत्व का कब्जा हो जाने से हजारों रायकवार मछुआरा परिवार के समाने संकट पैदा हो गया है |
https://www.youtube.com/watch?v=5_-byR-rYEE