Friday, April 26, 2024
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घुमंतू जनजातियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़, समाज में सम्मान दिलाने की पहल

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घुमन्तु जनजातियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़, समाज मे सम्मान दिलाने की पहल
मोहनलालगंज। निगोहां में करीब पचास वर्षों से अधिक समय से पन्नी तान कर (अस्थायी निवास) जीवन यापन करने को मजबूर घुमंन्तु परिवारों को समाज मे अपना एक स्थान दिलाने व शिक्षित करने के लिए नहुष संस्था  लगातार प्रयासरत है। नहुष इन परिवारों को शिक्षा, आवास , व रोजगार मुहैया कराने के लिए लगातार कार्यशील होने के साथ साथ इनको जागरूक करने का भी प्रयास कर रहे है  क्योंकि इन जनजातियों में आज भी बाल विवाह हो रहे है। इनका जीवन पालन का मुख्य जरिया भीख मांगना है। इनके घरो में गर्भवती महिलाये है जो कभी भी सरकारी अस्पतालों में इलाज या देख रेख के लिए नहीं जा पाती जिससे जन्म लेने वाले काफी बच्चे जीवित नही रह पाते। इन जनजातियों के लोग कुपोषण के शिकार है क्योंकि भीख मांगकर खाने के कारण ये कई दिनों का बासी खाना खाते रहते है, और आस पास के जंगलो में जा कर सांप, नेवले, कीड़े मकोड़े था कई जानवरो का मांस खाते है। समाज से पूरी तरह निष्क्रिय रहने के चलते इनको किसी प्रकार की सरकारी सुविधाएं भी नही मिल पाती है। जिसको लेकर नहुष संरक्षक व प्रधान प्रतिनिधि सुरेंद्र दीक्षित लागातर प्रयास कर रहे है और हाल में ही इनको कम्बल भी वितरित किये गए। साथ ही मकर संक्रांति के मौके पर इन परिवार को खिचडी व मिठाइयां बांटीं गयी। 
करने लगे खेती व मजदूरी
इनको जागरूक करने के साथ साथ नहुष संस्था ने इनके परिवार के पुरुषों को मजदूरी व बटाई पर खेती करने के लिए खेत भी मुहैया करा रहा है।
सबसे ज्यादा इन मुद्दों पर काम करने की जरूरत
समाजसेवी देवेश बाजपेयी ने बताया कि इन परिवारों को जागरूक कर भीख मांगने की बजाय अन्य कामो में लगाना है। जैसा कि इनके यहाँ बाल विवाह होता है जिसको रोकना अति आवश्यक है। साथ ही इसको शिक्षित करना बहुत जरूरी है क्योंकि इनके समाज मे शिक्षा का कोई महत्व नही है 4 साल की उम्र से ही बच्चे भीख मांगने में लग जाते है। 
सबका मिले साथ तो इनके भी आ सकते है “अच्छे दिन”
इन परिवारों के लिए लगातार कार्य कर रही संस्था के सदस्य समाजसेवी देवेश बाजपेयी ने बताया कि यदि स्थानीय प्रशासन व ब्लॉक के अधिकारी भी इनका जीवन शैली बदलने में  मदद करे तो जल्द ही इनके अच्छे दिन आ सकते है।
मुकेश द्विवेदी की रिपोर्ट—————————
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