अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के सीधी में बड़ा बस हादसा हुआ है. यात्रियों से भरी एक बस नहर में जा गिरी. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 42 हो गई है. मरने वालों में छात्र, महिलायें और बुज़ुर्ग शामिल हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मरने वालों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवज़े का एलान किया है. मुख्यमंत्री ने इस हादसे के मद्देनज़र भोपाल के मिन्टो हाल में वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये होने वाले गृह प्रवेश कार्यक्रम को रद्द कर दिया है. मुख्यमंत्री ने राज्य के मंत्रियों राम खिलावन पटेल और तुलसी सिलावट को मौके पर राहत कार्य देखने के लिए भेजा है.
प्रधानमन्त्री आवास योजना के तहत बनाए गए एक लाख दस हज़ार घरों के गृह प्रवेश कार्यक्रम को रद्द करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि अपना खुद का घर पाने वालों में इस कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साह था लेकिन सवेरे-सवेरे सीधी जिले की बाणसागर नहर में यात्रियों से भरी बस गिरने की सूचना प्राप्त हुए. यह नहर बहुत गहरी है. हमने तत्काल बाँध से पानी बंद करवाकर बचाव दलों को रवाना किया. एसपी, डीएम और एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेज दिया. इतने बड़े हादसे की वजह से गृह प्रवेश कार्यक्रम आज न करने का फैसला लेना पड़ा है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि रेस्क्यू आपरेशन चल रहा है. परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत को बुलाकर इस बारे में बातचीत की है.
जानकारी के अनुसार इस बत्तीस सीटर बस में 49 यात्री सवार थे. ट्रैफिक जाम होने की वजह से ड्राइवर ने अचानक से रास्ता बदला था. नये रास्ते पर सात किलोमीटर के सफ़र के बाद बस नहर में गिर गई. ड्राइवर बालेन्द्र विश्वकर्मा तैर कर बाहर निकल गया लेकिन बाकी यात्रियों को यह मौका नहीं मिला. इस बस में रेलवे की परीक्षा देने जा रहे छात्र सवार थे.
जबल नाथ परिहार ट्रेवल्स की बस संख्या एमपी 19 पी 1882 का सरकार ने परमिट रद्द करने के आदेश दिए हैं. बस हादसे की जांच ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को सौंपी गई है.
सीधी सतना मार्ग पर होने वाला यह पहला हादसा नहीं है. इससे पहले 1988 में एक बस बाँध में जा गिरी थी. उस हादसे में 88 यात्रियों की जान चली गई थी. दूसरा हादसा 18 नवम्बर 2006 को हुआ था. तब यात्रियों से भरी एक बस गोविन्दगढ़ तालाब में जा घुसी थी. उस हादसे में 68 यात्रियों की जान चली गई थी.
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आज हुए हादसे में सात यात्रियों की जान बचा ली गई है. नहर से बचाव दल ने 25 शव निकाल लिए हैं. इस बस का परमिट 12 मई 2025 तक है. बस की फिटनेस भी दो मई 2021 तक है. ट्रांसपोर्ट कमिश्नर इस हादसे की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देंगे. उस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जायेगी.