बोदरवार, कुशीनगर। किसान का जीवन कितना चुनौती पूर्ण और संघर्षो से भरा हुआ है फिर भी वह अपनी पुरानी समस्याओं को भुलाकर कलके सुनहरे भविष्य के लिए पुनः नई उर्जा के साथ काम पर निकल जाता है। धान की फसल बाढ से प्रभावित होने के बाद भी पुनः रवि की बुवाई करता है और ऐसे में बीजों का अंकुरण होते ही टिड्डो का कोपभाजन बन जाय तो किसान बेवस और निरिह बनकर रह जाता है। ऐसा ही कुछ विकास खंड कप्तानगंज और मोतीचक के किसानो के साथ होता दिख रहा है।
पोखरभिन्डा, चंदरपुर, भगवानपुर, मेहडा, बनकटा, तुर्कहा, बेलवनिया सिघाडी, गंभीरपुर, मठिया, डोमबरवा सहित दर्जनों किसानो ने गेहूं की बुवाई समय से करके पिछली फसल की भरपाई की आश संजोए हुए था कि अचानक उनके फसलों पर टिड्डो का हमला इस कदर हो गया है कि खेत के खेत देखते ही देखते साफ हो जा रहे हैं. इन टिड्डो के झुंड के उपर किसी भी कीटनाशक का विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। दवा का छिड़काव करने के दूसरे या तीसरे दिन और ज्यादा संख्या में फसलों पर हमला करके उन्हें नेस्तनाबूत कर दे रहे हैं। किसान अपनी फसलों को बरबाद होता देख हैरान व बेबस है.दिवाकर मिश्र, भरत राय, विश्वनाथ सिंह, संतोष सिंह, नौरंग, विदेशी, कोदई, जयराम पासवान, सुभाष पासवान, नरसिंह, सतेंद्र सहित दर्जनों किसानों ने जिलाधिकारी से टिड्डो के रोकथाम के लिए त्वरित व कारगर उपाय कराने की गुजारिश की है ताकि समय रहते फसलों को इस नई विपदा से फसलों को बचाया जा सके।
Also read