लखनऊ। लखनऊ में विश्वविद्यालय स्थापित करने का शुरुआती श्रेय राजा महमूदाबाद सर मोहम्मद अली मोहम्मद खान को जाता है।
उन्होंने उस समय के मशहूर अंग्रेजी अखबार ‘द पायनियर’ में लखनऊ में एक विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए लेख लिखा था।
संयुक्त प्रांत के लेफ़्टिनेंट गवर्नर सर हरकोर्ट बटलर ने जब कार्यभार संभाला तो राजा महमूदाबाद के इस विचार ने आगे बढ़ना शुरू किया।
लेफ़्टिनेंट गवर्नर सर हरकोर्ट बटलर की वजह से लखनऊ में विश्वविद्यालय स्थापित करने के काम में तेजी आई।
10 नवंबर 1919 को गवर्नमेंट हाउस में हुई शिक्षाविदों की बैठक में विश्वविद्यालय की स्थापना की प्रस्तावित योजना की रूपरेखा तैयार हुई। इसमे राजा महमूदाबाद सर मोहम्मद अली मोहम्मद खान और उनके साथी जहांगीराबाद के राजा ने एक एक लाख रूपये विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए दिया।
इस मसौदे को 12 अगस्त 1920 को विधान परिषद में पेश किया गया और कुछ संशोधनों के बाद आठ अक्तूबर 1920 को परिषद से यह पास हो गया।
इस विधेयक पर एक नवंबर को लेफ़्टिनेंट गवर्नर सर हरकोर्ट बटलर तथा 25 नवंबर को गवर्नर जनरल ने हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय अस्तित्व में आ गयागया।