मथुरा में किसान सम्मान निधि के सत्यापन में 91 हजार किसानों के रिकॉर्ड अपडेट नहीं हैं। 21,584 किसानों के भूमि संबंधी रिकॉर्ड, 14,274 की आधार सीडिंग और 56 हजार किसानों की ईकेवाईसी नहीं हुई है। भूमि स्वामित्व अपडेट न होने के कारण सत्यापन किया जा रहा है, ताकि सही किसानों को योजना का लाभ मिल सके।
मथुरा। किसान सम्मान निधि के लिए कराए जा रहे सत्यापन में किसानों के अपडेट रिकॉर्ड नहीं मिल रहे हैं। जिले के शत-प्रतिशत किसानों को सम्मान निधि दिलाने के लिए भूमि स्वामित्व, आधार सीडिंग और ईकेवाईसी के साथ नए और पुराने लाभार्थियों का सत्यापन किया जा रहा है। किसान सम्मान निधि के लिए 91 हजार से अधिक किसानों के रिकॉर्ड अपडेट नहीं हैं।
सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों के रिकॉर्ड कराए जा रहे अपडेट
जिले में करीब साढ़े तीन लाख किसान हैं, जबकि इस बार किसान सम्मान निधि करीब 2़ 95 किसानों को दी गई है। भूमि स्वामित्व में किसी परिवर्तन के होने पर अपडेट कराना आवश्यक है। इसी के लिए किसान सम्मान निधि के लिए निरंतर सत्यापन चलाया जा रहा है। हालांकि इस प्रक्रिया में अभी तक 21,584 किसानों के भूमि संबंधी रिकार्ड पीएम किसान पोर्टल पर फीड नहीं किए जा सके हैं। इसके अलावा 14,274 किसानों की आधार सीडिंग नहीं हुई है।
56 हजार की नहीं हुई ईकेवाईसी
इससे भी बड़ी संख्या ईकेवाइसी न कराने वालों की है। पहले से सम्मान निधि ले रहे और नए आवेदक शामिल हैं। ईकेवाईसी कराने में भी 56 हजार किसान पीछे हैं। जिन किसानों के रिकॉर्ड सत्यापन में सही पाए गए, उनके नाम किसान सम्मान निधि में जारी रहेंगे, जबकि जिनके रिकॉर्ड में कमी मिली, उनके नाम कटेंगे।
“किसान सम्मान निधि के लिए पुराने लाभार्थियों और नए आवेदकों के लिए ईकेवाईसी, आधार सीडिंग और लैंड सीडिंग कराना आवश्यक है। इस प्रक्रिया के बाद ही किसान को सम्मान निधि का लाभ मिलेगा। – वसंत कुमार दुबे, उप निदेशक कृषि





