तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत चौखड़ा में स्थित रामलीला मैदान में आदर्श जय बजरंग रामलीला समिति के तत्वावधान में चल रहे रामलीला कार्यक्रम में गत रात्रि दिखाया गया कि गंगा घाट पर भगवान राम केवट से नाव मांगते हैं पहले केवट इनकार करता है बाद में उनके चरण पखार उन्हें गंगा पार करता है। रामचंद्र जी बाल्मिक आश्रम पहुंचते हैं जहां वह चित्रकूट में रहने के लिए कहते हैं उधर भरत जी को ननिहाल से गुरुदेव वशिष्ठ बुलाते हैं तथा पूरी बात को बताते हैं भरत जी पिता का अंतिम संस्कार करने के बाद भगवान श्री राम को बन से लाने के लिए प्रजा जनों के साथ चल देते हैं सभी लोग चित्रकूट पहुंचे हैं भरत की रामचंद्र जी से वापस लौटने को कहते हैं लेकिन वह उन्हें अपने चरण पादुका देकर वापस कर देते हैं भरत जी चरण पादुका लाकर सिंहासन पर रख देते हैं तथा राज्य का कारभार संभालते हैं रामचंद्र जी चित्रकूट से आगे बढ़ते हैं जहां हड्डियों का ढेर देखकर पूछते हैं ऋषि बताते हैं कि यह राक्षसों का आतंक है भगवान राम कसम कहते हैं कि अब वह राक्षसों का नाश पृथ्वी से करेंगे राम लक्ष्मण सीता पंचवटी में आश्रम बनाकर रहते हैं जहां एक दिन रावण की बहन सूर्पनखा आती है वह उन लोगों से शादी करने के लिए कहती है कि लक्ष्मण जी उसका नाक कान काटकर उसे वापस भेज देते हैं वह खर और दूषण के पास जाती है खरअपने दल के साथ आता है जिसे रामचंद्र जी मार डालते हैं सूर्पनखा लंका पहुंचती है, तथा रावण को सारी बात बताती है रावण मामा मारीच सेमाया मृग बनने को कहता है मारीच मायामृग बनकर पंचवटी में आता है सीता जी उसे देखकर मोहित हो जाती हैं तथा राम से उसका खाल लाने को कहती हैं रामचंद्र जी धनुष बाण के साथ उसका पीछा करते हैं जब वह मारते हैं तो अपने असली रूप में आ जाता है तथा लक्ष्मण का नाम लेकर पुकारता है इधर रावण साधु के भेष में आता है और सीता जी से भिक्षा मांगता है पहले वह रेखा पार नहीं करती है लेकिन बाद में रेखा पार कर जैसे ही भीक्षा देने चलती है कि रावण असली रूप में आकर उन्हें हरण कर लंका ले जाता है जटायु उन्हें रोकने की कोशिश करता है लेकिन रावण से मार डालता है। इस अवसर पर अरुण कुमार सिंह, मंगल हलवाई, भारत यादव, परमेश्वर गुप्ता, रामू गुप्ता, मुन्ना गुप्ता, विनोद, धीरू, रवि, मोहित ,जिगर, कुलदीप, शिवम, जयशंकर मिश्रा, बजरंग मिश्रा, बसंत कौशल, बजरंगी कौशल, रामदेव, अजय देव मौर्य, पप्पू मोदनवाल, रामू गुप्ता, राजू कसौधन, राजमणि पांडे ,अंतरिक्ष प्रताप सिंह, अंशुमान सिंह, धनेश यादव, सत्य प्रकाश यादव सहित भारी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन ठाकुर प्रसाद मिश्र ने किया।
केवट ने राम के चरण पखार किया गंगा पार साधु के भेष में रावण ने सीता का किया हरण चौखड़ा में चल रहा रामलीला कार्यक्रम
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