इटावा। कारगिल विजय दिवस उन भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है,जिन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में विजय प्राप्त की और भारत की क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय एकता की पुष्टि की।सनशाइन स्कूल में विविध प्रकार की प्रतियोगिताएं फैंसी ड्रेस,कविता पाठ, पोस्टर मेकिंग,निबंध लेखन का आयोजन किया गया जिसमें समस्त छत्रों ने अपने वर्ग में प्रतिभाग किया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मनीषा चतुर्वेदी ने सभी विद्यार्थीयों को सम्बोधित करते हुए कहा की कारगिल विजय दिवस एक स्मरणोत्सव से कहीं अधिक है,यह उस अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान का एक पवित्र स्मरण है जिसने 1999 में राष्ट्र को विजय दिलाई।यह उन वीरों को नमन करता है।
जिन्होंने लद्दाख की बर्फीली ऊंचाइयों पर असंभव बाधाओं के विरुद्ध लड़ाई लड़ी,जिन्होंने अपना आज बलिदान कर दिया ताकि भारत गौरवान्वित और स्वतंत्र रह सके।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला संयोजक डॉ.ज्योति वर्मा उपस्थित रहीं।डायरेक्टर-प्रबंधक शिखर चतुर्वेदी एवं मैनेजमेंट हेड रूचि चतुर्वेदी ने मुख्य अथिति का आभार व्यक्त किया।