श्रमिकों को कोविड महामारी से बचाव को लेकर कर रही कई कार्यक्रम
लखनऊ ।(Lucknow) कार्यस्थलों पर मजबूत और सुरक्षित स्वास्थ्य व्यवस्था बनाने पर केन्द्रित वर्ल्ड डे फॉर सेफ्टी एण्ड हेल्थ एट वर्क के मौके पर जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) ने कार्यस्थलों पर स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था बनाने की प्रतिबद्धता जताते हुये कहा है कि वैष्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुये भारत में अपने प्रत्येक परियोजना स्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करने का प्रयास कर रही है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 महामारी से जुड़े स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (एसओपी) और दिशानिर्देशों को बनाने में जेआईसीए ने चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड (सीएमआरएल) के श्रमिकों की सहायता की। सीएमआरएल ने श्रमिकों के लिए 24 गुणा 7 एम्बुलेंस सुविधा, नियमित डी-सैनिटाइजेशन, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट-नोज मास्क, साइट पर अंदर आने व बाहर जाने के रास्तो पर साबुन व सैनिटाइजर और नियमित थर्मल स्कैनिंग के लिए इंफ्रारेड थर्मामीटर की व्यवस्था की। इसके अलावा, सीएमआरएल ने कोविड -19 के लिए संक्रमण और उसके नियंत्रण के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण देने, कर्मचारियों और श्रमिकों के बीच अरोग्य सेतुऍप के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और फेसमास्क पहनना ज़रूरी बनाने जैसी सभी सावधानियां बरतते हुए फेज-1 एक्सटेंशन के निर्माण कार्य को फिर से शुरू किया।
इसी प्रकार, जेआईसीए के सहयोग से दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने भी कोविड-19 के प्रसार और खतरे को रोकने के लिए निर्माण स्थलो ंके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (एसओपी) को लागू किया। इसके तहत डॉक्टरों द्वारा नियमित जांच, कोविड -19 के बारे में सलाह, लेबर कैंप्स का सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और दस्ताने देना, श्रमिको ंको भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, साइट पर श्रमिकों के आने-जाने के लिए सुरक्षित परिवहन, एक अंतराल से शिफ्ट लगाना जैसे कदम उठाए गए। आपात स्थिति की तैयारी करते हुए डीएमआरसी ने कोविड के मरीजों के लिए अलग आइसोलशन की सुविधा तैयार की और इसे आस-पास के अस्पतालों के साथ जोड़ा। कोविड -19 को देखते हुए जेआईसीए ने भारत सरकार के आर्थिक मामलों के विभाग के साथ मिलकर जुलाई 2020 में वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें आर्थिक, सामाजिक व स्वास्थ्य की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के लिए जेआईसीए की सहायता से चल रही परियोजानाओं से जुड़ी सभी एजेन्सियों के साथ महामारी की खतरनाक स्थिति की रोकथाम और नियंत्रण के लिए ज़रूरी सुरक्षा उपायों पर बात की गई। जेआईसीए की सहायता से चल रही सभी परियोजनाओं जैसे वाटर एंड सैनिटेशन सेक्टर, मेट्रोरेल, सड़क, रेलवे, पावर एंड फोरेस्ट्री सेक्टर के लिए वेबिनार की सीरीज का आयोजन किया गया, जिसमें इन सभी क्षेत्रों से कुल 240 लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें हिस्सा लेने वाली एजेंसियों ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए एक दूसरे के द्वारा अपनाए जा रहे प्रभावी तरीकों को सीखने में काफी रुचि दिखाई। भारत में कोरोना वायरस को रोकने के अपनाए गए कुछ बेहतरीन तरीको ंके बारे में चर्चा करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार भी आयोजित किया गया था। इसमें जेआईसीए के टोक्यो हेडक्वार्टर और दक्षिण एशिया तथा दक्षिण पूर्व एशियाई देशो ंमें जेआईसीए के क्षेत्रीय कार्यालयो ंसे 80 से ज़्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर भारत में जेआईसीए के मुख्य प्रतिनिधि, श्रीमत्सुमोटोकत्सु ने कहा, “कोविड-19 महामारी के समय में संक्रमण की रोकथाम, नियंत्रण और कार्यस्थलों की सुरक्षा व स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण हो गया हैं। कार्यस्थलों पर सभी श्रमिको ंके स्वास्थ्य और सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए संगठनों को तुरंत देश की क्षमताओं को बेहतर बनाने का उपाय करना चाहिए। घर पर रहकर काम करने की व्यवस्था में ज़रूरी है कि कर्मचारी के काम और उसकी दूसरी ज़िम्मेदारियों के बीच संतुलन बना रहे। जेआईसीए वर्तमान समय की गंभीरता को समझती है और यह भारत में कार्यस्थलों की सुरक्षा व स्वास्थ्य प्रणाली का मजूबत तंत्र बनाने में अपना पूरा सहयोग देगी। इसके अलावा, वायरस और अन्य संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकने के लिए जेआईसीए ने “अच्छी आदत कैंपेन” शुरू किया है। इसके तहत कॉमिकलीफलेट और वीडियो के ज़रिए लोगों को हाथ साफ रखने के बारे में जागरुक किया जाएगा। जापान की कई निजी कंपनियों ने सामग्री सप्लाई करने में सहयोग दिया है। अच्छी आदत जेआईसीए इंडिया का कैंपेन है। इस कैंपेन के तहत कोविड -19 और अन्य संक्रामक रोगो ंके प्रसार को रोकने के लिए 10 करोड़ लोगों के बीच स्वच्छता से जुड़ा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।