दुबई। जून में हटाए गए यूएस वाचडाग के कैमरों को फिलहाल दोबारा नहीं लगाया जाएगा। दरअसल 2015 में परमाणु समझौते की बहाली तक के लिए ऐसा फैसला लिया गया है। इरान के परमाणु ऊर्जा संस्थान (Iran’s Atomic Energy Organisation) ने सोमवार को बताया इरान आन नहीं करेगा। यह जानकारी तस्नीम न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में दी गई है। मोहम्मद इस्लामी ने कहा, ‘ये कैमरे परमाणु समझौते से संबंधित हैं। यदि पश्चिमी देश इस समझौते में फिर से शामिल होते हैं तो हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि वे किसी तरह की गलती या धोखेबाजी नहीं करेंगे। हम इन कैमरों से जुड़े फैसले लेंगे।’
हटाए थे दो दर्जन से अधिक कैमरे
पिछले महीने के अंत में ईरान ने अपने परमाणु स्थलों से दो दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के कैमरों को हटा दिया था, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय उसके परमाणु कार्यक्रम पर नजर न रख सकें। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के 2018 में ईरान परमाणु समझौते से हटने के बाद तेहरान ने अपने परमाणु कार्य को तेज कर दिया था और अब यूरेनियम को पहले से कहीं अधिक हथियार-ग्रेड स्तर के करीब समृद्ध कर लिया है।
रुकी हुई बातचीत के दोबारा शुरू करने की कवायद
बता दें कि दुनिया के कुछ बड़े देशों के साथ परमाणु समझौते पर बातचीत अभी रुकी हुई है जिसे दोबारा शुरू करने की कवायद हो रही है। इस बीच ईरान के एक कदम ने अमेरिका समेत अन्य शक्तिशाली देशों को भी अलर्ट कर दिया है। उल्लेखनीय है कि ईरान ने अंतरिक्ष में एक ठोस ईंधन वाला राकेट लान्च किया है जिसने दुनिया में हलचल मचा दी है।