● आमदनी की बेहतरीन संभावनाओं के चलते गेमिंग के प्रति दिलचस्पी बढ़ी, गेमर्स की निगाह इस क्षेत्र में अलग-अलग कॅरियर विकल्पों पर टिकी
● 56%महिला गेमर्स को पसंद है गेमिंग कॅरियर, अब शौक को कॅरियर में बदलने की धुन
● ज्यादातर गेमर्स मानते हैं गेमिंग को मनोरंजन, मानसिक खुशहाली और सोशलाइज़िग का जरिया
● दो-तिहाई प्रतिभागियों ने पीसी को सर्वाधिक पसंदीदा गेमिंग डिवाइस बताया, 39% मोबाइल गेमर्स अब पीसी को अपनाने के इच्छुक
नई दिल्ली: एचपी इंडिया गेमिंग लैंडस्केप स्टडी 2022 के मुताबिक, भारतीय गेमर्स ने गेमिंग में कॅरियर बनाने की इच्छा जतायी है। इस अध्ययन के लिए देश के 14 शहरों से करीब 2000 प्रतिभागियों को चुना गया था जिन्होंने बताया कि गेमिंग से अच्छी आमदनी कमाने के साथ-साथ मल्टीपल कॅरियर विकल्पों की उपलब्धता के चलते गेमर्स इसे पसंद कर रहे हैं।
भारत में एचपी की गेमिंग स्टडी के इस दूसरे संस्करण में, पीसी को गेमिंग के लिए सबसे पसंदीदा डिवाइस बताया गया है। 68%गेमर्स ने पीसी को पहली पसंद बताया क्योंकि इससे बेहतर प्रोसेसर्स, डिजाइन और ग्राफिक्स के रूप में लाभ मिलता है और इमर्सिव डिस्प्ले भी अनुभव बेहतर बनाते हैं।
विक्रम बेदी, सीनियर डायरेक्टर, पर्सनल सिस्टम्स, एचपी इंडिया मार्केट ने कहा, ”भारत में जैसे-जैसे गेमिंग इंडस्ट्री आगे बढ़ रही है, उसके चलते गेमिंग को एक कॅरियर विकल्प के तौर पर देखा जाने लगा है। देश के पीसी गेमिंग लैंडस्केप में युवाओं के लिए जबर्दस्त अवसर मौजूद हैं एचपी में हम गेमर्स को OMEN कम्युनिटी पहल के जरिए, जानकारी, साधन तथा अवसर उपलब्ध कराने और अपस्किल बनाने के उनके सफर में सहयोग कर उन्हें आगे बढ़ने का मौका देना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, ”पीसी गेमिंग को ज्यादा पसंद किया जाना हमारे लिए शानदार बिज़नेस अवसर है। हम यूज़र इन्साइट्स के आधार पर सर्वश्रेष्ठ अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि भारत में गेमिंग का संपूर्ण और उन्नत गेमिंग इकोसिस्टम तैयार हो सके।”
पीसी ने गेमिंग के सर्वाधिक पसंदीदा डिवाइस के तौर पर पहचान बनायी
पीसी गेमिंग के फायदों के मद्देनज़र मोबाइल गेमर्स भी इसे अपनाने के लिए उत्सुक हैं। 39%मोबाइल गेमर्स ने गेमिंग के लिए पीसी को चुनने की इच्छा जतायी है।
कॅरियर विकल्प के तौर पर गेमिंग
इस अध्यन के अनुसार, करीब गंभीर किस्म के दो-तिहाई गेमर्स[1] ने गेमिंग को फुल-टाइम या पार्ट-टाइम कॅरियर के तौर पर आजमाने की मंशा जतायी है। गेमर्स के इस ओर झुकाव का एक और कारण है कि वे अपने शौक को कॅरियर में बदलने की संभावना भी टटोलना चाहते हैं। गेमिंग को मनोरंजन तथा रिलैक्सेशन (92%),मानसिक सक्रियता बढ़ाने (58%) और सोशलाइज़िंग (52%)के स्रोत के रूप में भी देखा जाता है।
भारत में गेमिंग इंडस्ट्री के विकास से भारतीय गेमर्स को इस क्षेत्र में कॅरियर संवारने के विभिन्न अवसरों को टटोलने का अवसर मिल रहा है। हालांकि गेमर बनना सर्वोच्च पसंद है, वहीं इंफ्लुएंसर या गेमिंग सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर भी कॅरियर बनाने की इच्छा जताने वाले बहुत से लोग हैं।
गेमिंग से सीखने और विकास के अवसर
एचपी इंडिया के इस अध्ययन के अनुसार, केवल 2%प्रतिभागियों ने ही गेमिंग में औपचारिक प्रशिक्षण लिया है। जहां एक ओर अधिकांश गेमर्स अपनी गेमिंग परफॉरमेंस को उन्नत बनाने के लिए अपनी स्किल्स बढ़ाने पर ज़ोर देते हैं वहीं, 32%किसी गेमिंग स्टार को फौलो कर अपने हुनर को धार देना चाहते हैं।