अवधनामा डेस्क
बीते साल से शुरू हुए भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है इसी कड़ी में एक बार फिर दोनों देशों की सीमा पर मौजूद जवानों के बीच झपड़ हुई जिसमें चीन सेना के लगभग 20 सैनिक घायल हो गए हैं।
चीन और भारत सेना के बीच कमांडर स्तर की बातचीत के ठीक पहले एक बार फिर चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसका भारतीय जवानों में करारा जवाब देते हुए इस कोशिश को नाकाम कर दिया जिसमे 20 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीनी सैनिकों ने उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में भारत से लगने वाली की सीमा से घुसपैठ की कोशिश पिछले सप्ताह की, लेकिन वहां तैनात भारतीय सैनिकों ने समय रहते ही इसे पकड़ लिया और चीनी सैनिकों को रोक कर पीछे धकेल दिया।
उत्तरी सिक्किम में तनाव
इस झड़प के कारण सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर तनाव है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। बेहद खराब मौसम और बर्फबारी के बीच भारतीय सैनिक मुस्तैद हैं और वे सीमा पार चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
मालूम हो कि इसके पहले 15 जून 2020 को गलवान घाटी के पैट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच जोरदार झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। चीन की सरकार ने अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी, लेकिन संख्या बताने से इनकार कर दिया था।
लद्दाख में पहले से दोनों ओर से लगभग एक लाख सैनिकों की मौजूदगी के बीच उत्तरी सिक्कम में चीन की यह कोशिश और दोनों देशों की सेना के बीच हुई झड़प बहुत ही अधिक चिंता की बात है।
यह झड़प दोनों देशों की सेनाओं के बीच कमांडर स्तर की नौवीं बातचीत के पहले हुई। इससे यह साफ है कि बातचीत पर यह मुद्दा निश्चित रूप से छाया रहा होगा।
मालूम हो कि मई 2020 में पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक लद्दाख में गश्त के लिए आए, वहीं जम गए और वहां से वापस जाने से इनकार कर दिया। चीनी सेना ने अपने लोगों को यह कह वापस बुलाने से इनकार कर दिया कि यह उनका ही इलाका है और चीनी सैनिक अपनी जमीन पर है। इसके बाद तनाव बढ़ता गया।