लखनऊ(Lucknow)। सत्यम साहित्य संस्थान, लखनऊ के तत्वाधान में बाल साहित्यकार एवं कवयित्री अनिता सिन्हा की पुस्तक ‘नन्हे–नन्हे वीर सिपाही’ के पांच खंडों का आज दिनांक ०१ अगस्त २०२१ को लोकार्पण संपन्न हुआ। इस आयोजन में यश भारती स्माइलमैन सर्वेश अस्थाना, छंदकार अशोक पांडेय, साहित्यभूषण मधुकर अष्ठाना, डा. दिनेश चंद अवस्थी, डा. सुभाष चंद्र गुरुदेव, डा. अमिता दुबे, श्रीमती अलका प्रमोद, अनिल कुमार वर्मा व केवल प्रसाद सत्यम तथा पुस्तक की प्रेरणा स्रोत श्रीमती प्रभावती श्रीवास्तव जी के कर कमलों द्वारा नन्हे–नन्हें वीर सिपाही, पुस्तकों का विमोचन लक्ष्मणपुरी स्थित शांति कुटी होम स्टे, फैजाबाद मार्ग लखनऊ के सभागार में किया गया।मुख्य वक्ता के रूप में यश भारती सर्वेश अस्थाना जी ने बाल पुस्तकों के विषय में स्पष्ट किया कि बाल कवयित्री श्रीमती अनीता सिन्हा जी एक प्रौढ़ कवयित्री होने के बावजूद आप एक बालक–बालिका से अधिक कोमल भाव रखती हैं। आपकी प्रेरणा दायक और बाल सुलभ नैतिक कविताएं अति प्रभावी, मनोहारी तथा रोचक हैं। डा. अमिता दुबे जी ने कहा कि आपकी रचनाएं बालकों की संवेदनाओं और उनके कोमल और उत्सुकतापूर्ण भाव को बड़ी ही सरलता और मनभावन तरह से व्यक्त किया है। आ. डा. दिनेश चंद अवस्थी जी ने कहा कि श्रीमती सिन्हा जी ने बाल भावनाओं को जिस प्रकार से सरल और सहज शब्दों में पिरोया है वह पूरी तरह से वैज्ञानिक ही हैअन्त में अध्यक्ष महोदय जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा की सत्यम साहित्य संस्थान, लखनऊ ने बाल कवयित्री की पुस्तकों का लोकार्पण कराकर हिंदी साहित्य के लिए बड़ा धर्मार्थ का कार्य किया है। श्रीमती सिन्हा जी ने बाल कविता संग्रह को हिंदी के बाल साहित्य में एक सुखद अभिवृद्धि बताया। आपने संक्षेप में बाल साहित्य पर सारगर्भित तथ्यों को शामिल करते इसके मूल और महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा की अभी इन्हें बहुत लंबा सफर तय करना है।आयोजन का समापन धन्यवाद ज्ञापन और सूक्ष्म जलपान के साथ स्थगित किया गया। इस अवसर पर नगर के गणमान्य कवि/साहित्यकार तथा सम्मानित श्रोतागण उपस्थित रहे थे।
नन्हे नन्हे वीर सिपाही का लोकार्पण कार्यक्रम
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