जिले के सत्तरकटैया प्रखंड अंतर्गत बिजलपुर गांव में एक नई उम्मीद की किरण ने जन्म लिया है । जीविका दीदी मधु कुमारी ने मंगलवार को उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की (सीएसपी) शाखा का उद्घाटन कर ग्रामीण स्वावलंबन की दिशा में एक नया अध्याय जोड़ा है । मधु कुमारी, जो इस इलाके में अब जीविका दीदी बैंक सखी’ के नाम से जानी जाएंगी ने अपने प्रयासों से न केवल खुद को सशक्त किया है, बल्कि क्षेत्र के अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी हैं।इस पहल से इलाके में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है ।
बैंक सखी मधु कुमारी अब ग्रामीण समुदाय को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराएंगी और डिजिटल लेनदेन के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाएंगी । इस सीएसपी के माध्यम से न केवल जीविका दीदियों के खाते खोले जाएंगे, बल्कि आम ग्रामीणों के लिए भी खाता खोलने की सुविधा उपलब्ध होगी । इसके साथ ही, ग्रामीण समुदाय को आसान ऋण सुविधा भी प्रदान की जाएगी, जिससे उन्हें अपने छोटे-बड़े आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी ।
वायपी- कुन्दन चौधरी ने इस अवसर पर बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था । इस समस्या को हल करने के लिए, जीविका के माध्यम से हर ग्राम पंचायत में एक सीएसपी शाखा खोलने की योजना बनाई गई है । सहुरिया में आज खुली यह सीएसपी शाखा इसी योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को ग्रामीणों के दरवाजे तक पहुँचाना है ।
बैंकिंग और डिजिटल लेनदेन की सुविधा बैंक सखी मधु कुमारी के नेतृत्व में, यह सीएसपी शाखा लोगों के लिए बैंकिंग सेवाओं को सुलभ और सरल बनाएगी । इसके तहत खाताधारक न केवल अपने खाते खोल सकेंगे, बल्कि पैसे जमा और निकालने, बैलेंस चेक करने, धन हस्तांतरण, और अन्य बैंकिंग सेवाओं का भी लाभ उठा सकेंगे । इसके अलावा, बैंक सखी लोगों को डिजिटल लेनदेन के विभिन्न तरीकों, जैसे यूपीआई, नेट बैंकिंग, और मोबाइल बैंकिंग के बारे में जागरूक करेंगी, जिससे वे आधुनिक वित्तीय साधनों का उपयोग कर सकें ।
ग्रामीण समुदाय में डिजिटल लेनदेन की सुविधा के विस्तार से न केवल समय और धन की बचत होगी, बल्कि सुरक्षा और पारदर्शिता भी बढ़ेगी। बैंक सखी मधु कुमारी का मानना है कि इस पहल से क्षेत्र में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे समाज के सभी वर्गों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ प्राप्त होगा। आज के इस कार्यक्रम में वायपी- कुन्दन चौधरी, प्रबंधक रोजगार राकेश रंजन और सेंकडों जीविका दीदियाँ मौजूद रही।