मलिहाबाद : पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेटर युसूफ पठान ने उत्तर प्रदेश के मलीहाबाद में क्रिकेट एकेडमी ऑफ पठान्स के 32वे सेंटर का शुभारम्भ किया। मलिहाबाद के सिद्धार्थ ग्लोबल स्कूल में हुए शुभारम्भ की प्रेस वार्ता में उनके साथ सीएपी के प्रबन्ध निदेशक श्री. हरमीत वासदेव भी मौजूद थे। आधुनिक तकनीक से लैस, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित सक्षम पाठ्यक्रम के साथ और गुणवत्ताप्राप्त और प्रमाणित प्रशिक्षकों द्वारा चलाए जाने वाले सेंटर के साथ आगे बढ़नेवाली सीएपी मलीहाबाद क्षेत्र के उभरते क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा अवसर साबित होगी जो उन्हे उनके सपने पूरे करने में सहायता करेगी।
युसूफ पठान मार्गदर्शक की भूमिका में!
क्रिकेट एकेडमी ऑफ पठान्स के निदेशक युसूफ पठान ने सर्वोच्च स्तर पर क्रिकेट खेलने के अपने अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया और उन्हे उनके सपनों को सच करने के लिए बढ़ावा दिया। उन्होने क्रिकेट की दुनिया में ऊँचाई प्राप्त करने में सच्चाई, दृढता और मेहनत का महत्त्व उन्हे बताया।
सीएपी की सफलता पर बोलते हुए उन्होने कहा कि “देश के हर एक क्षेत्र में सीएपी सेंटर्स को स्थापित करने तथा उसके द्वारा उभरते क्रिकेटर्स को उड़ान भरने का अवसर देने के लिए सीएपी टीम हर सम्भव प्रयास कर रही है।
विविध सेंटर्स के कुल 175+ से अधिक खिलाडियों ने जिला, क्षेत्र और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लिया है जिसमें रणजी ट्रॉफी, सी के नायडू ट्रॉफी, कूच बिहार ट्रॉफी और ऐसी कई प्रतियोगिताएँ हैं। इनकी सफलता की कहानियाँ छात्रों को उनकी क्षमता साकार करने में सहायता करने की हमारी दृढता का प्रमाण है।”
सीएपी के प्रबन्ध निदेशक श्री. हरमीत वासदेव ने कहा, “अपने सभी संसाधनों के साथ सीएपी अपने कार्य का विस्तार टायर 2 और टायर 3 शहरों में करने की दिशा में आगे बढ़ रही है तथा विश्वस्तरीय क्रिकेट प्रशिक्षण इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया करा रही है जिससे इस खेल से प्यार करने वाले सभी ज़रूरतमन्द और उभरते क्रिकेटर्स को इन सुविधाओं के अवसर मिल सकेंगे। भारत के टायर 2 और टायर 3 शहरों में छिपी हुई प्रतिभा बड़े पैमाने पर है। इन शहरों में से पेशेवर खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए इस प्रतिभा के भण्डार को मार्गदर्शन और दिशा निर्देश देने के कार्य को ले कर हम उत्साहित और गौरवान्वित हैं।”
उन्होने आगे कहा, “अपनी स्थापना से सीएपी ने उभरते क्रिकेटर्स के सर्वांगीण विकास पर बल दिया है तथा उनकी प्रतिभा को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण से विकसित होने में सहायता की है। पोषण, मानसिक स्वास्थ्य और छात्रों के सर्वांगीण शारीरिक विकास पर जोर देते हुए सीएपी में आधुनिक क्रिकेट की तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाता है हैसे पिचविज़न, स्टान्स-बीम और सीएपी ऐप (मोबाईल एप्लिकेशन) जिससे छात्रों को उनके खेल को समझने में और उसमें सुधार करने में सहायता होती है। पठान भाई, प्रशिक्षक और इन छात्रों में होने वाली दूरी तकनीक की सहायता से कम की जाती है।”
2024 तक क्रिकेट एकेडमी ऑफ पठान्स (सीएपी) देशभर में 100 से अधिक सेंटर्स स्थापित करने का उद्देश्य रखती है।