निगम की अवैध कब्जे वाली सम्पत्तियों को तुरंत कब्जा मुक्त कराएं: नगरायुक्त

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अवधनामा संवाददाता

निगम के पार्काे, तालाबों और खाली पड़ी सम्मपत्तियों को सूचीबद्ध करने के दिए निर्देश

सहारनपुर। नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने राजस्व विभाग को निर्देश दिए कि अपर नगरायुक्त के नेतृत्व में अभियान चलाकर निगम की खाली पड़ी सम्पत्तियों को सूचीबद्ध करें और जिन सम्पत्तियों पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा उन्हें खाली कराएं। उन्होंने खाली पड़ी कुछ अन्य जमीनों पर छह मियावाकि वन ( अमृत वन ) और विकसित कराने के भी निर्देश दिए।
नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने सोमवार सुबह अपर नगरायुक्त राजेश यादव को साथ लेकर निगम कार्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान राजस्व विभाग पहुंचकर उन्होंने सभी राजस्व कर्मचारियों व लेखपालों को तलब कर निर्देश दिए कि निगम की खाली पड़ी सम्पत्तियों को सूचीबद्ध करें। नगर निगम सीमा के भीतर निगम सम्पत्ति के रुप में पार्काे, तालाबों व निगम की खाली पड़ी जमीनों की अलग अलग सूची बनायें और जिन पर अवैध कब्जे है उन्हें अलग से चिन्हित करें ताकि अपर नगरायुक्त के नेतृत्व में अभियान चलाकर इन सम्मपत्तियों को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जाए। उन्होंने कहा कि निगम की सम्पत्तियों का कब्जा मुक्त कराकर उस भूमि की तारबाड़ करायें और वहां निगम सम्पत्ति का बोर्ड लगाएं। उन्होंने उन सम्पत्तियों का विवरण भी अलग से एकत्र करने के निर्देश दिए जिन पर अवैध कब्जा बनाये रखने के लिए लोगों ने अदालतों में वाद दायर कर मामलों को उलझा रखा है। नगरायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि अवैध कब्जे हर हाल में हटाएं जाएं और सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त कराया जाए। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरुप अवैध कब्जे हटाने का काम युद्ध स्तर पर चलाना होगा।
नगरायुक्त ने राजस्व अधिकारियों को निगम की खाली पड़ी जमीनों का पार्काे, मियावाकी वन, गोबर बैंक और वनीकरण आदि के लिए उपयोग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में चार मियावाकी वन ( अब अमृत वन ) विकसित किये जा चुके है तथा छह और विकसित किये जाने है। उन्होंने इनके लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निगम के पार्काे की सूची बन जाने पर रोस्टर के अनुसार उनकी सफाई व्यवस्था बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर के दो अलग अलग छोर पर दो गोबर बैंक भी विकसित किये ताकि पूरे शहर का गोबर वहां लाकर एकत्रित किया जा सके और उसे खाद के रुप में परिवर्तित कर उसका उपयोग किया जा सके।
गंदगी देख भड़के नगरायुक्त
निरीक्षण के दौरान जन्म मृत्यु कार्यालय के बाहर एक कोने में पान की पीक से की गयी गंदगी देख कर नगरायुक्त भड़क उठे। उन्होंने चपरासी,बाबूओं और आस पास बैठने वाले मुंशियों को लताड़ते हुए कहा कि जो भी कोई व्यक्ति वहां थूकता या गंदगी फैलाता मिले उसे पकड़कर उनके पास लाएं ताकि उस पर दो से पांच हजार रुपये जुर्माना किया जा सके। बाद में नगरायुक्त ने लाइब्रेरी और स्मार्ट सिटी का भी निरीक्षण किया और स्क्रीन पर यातायात का जायजा लिया।

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