इटावा। शहीदे आजम इमाम हुसैन एवं शहीदाने कर्बला की याद में शहर में मजलिसों का आयोजन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए साथ ही हज़रत कासिम की मेंहदी और मौला अब्बास अलमदारे कर्बला के अलम की जियारत बरामद हुई।इमाम बारगाह अज़मत अली और दरगाह मौला अब्बास महेरे पर स्व. अजादार हुसैन की ओर से आयोजित मजलिस में मौलाना मो.जौन दिल्ली ने कहा अल्लाह कह रहा है कुरान वो किताब है जिसमे शक की कोई गुंजाइश नही है।कुरान कयामत तक लिए हिदायत है।रसूल अल्लाह ने फरमाया कि मैं दो चीजें छोड़ कर जा रहा हूं कुरान और एहलैबैत,जिसे हिदायत चाहिए उसे दोनों का दामन थामना होगा।
इमाम हुसैन का सच्चा चाहने वाला वही है जो मजलिस मातम के साथ नमाज़ भी पढ़ता हो। आलमपुरा इमाम बारगाह में शारिक सगीर शानू व तनवीरुल हसन रिज़वी की ओर से आयोजित मजलिस में मौलाना सज्जाद हैदर रब्बानी दिल्ली ने तक़रीर करते हुए कहा कि कर्बला में इमाम हुसैन के साथियों को तीन दिन का भूखा प्यासा शहीद कर दिया गया।जिसमें 6 माह के मासूम अली असग़र,13 साल के जनाबे कासिम और 18 साल के अली अकबर शामिल हैं।
मजलिस के बाद टीएच रिज़वी,शाद अली हसन व शम्स अली हसन ने मौला अब्बास के अलम की जियारत बरामद की।अंजुमने हैदरी कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शावेज़ नक़वी ने बताया कि कबीर गंज में तहसीन रजा, स्वामी टोला में आले रज़ा नक़वी, बड़े इमामबाड़े में गुलामुस सैयदेन,शरीफ मंजिल सैदबाड़ा में राहत अक़ील की ओर से आयोजित मजलिस में मौलाना अनवारुल हसन जैदी ने तक़रीर की। साबितगंज में अश्शू रिज़वी के मकान पर आयोजित मजलिस में मौला अब्बास के अलम की जियारत बरामद हुई।