लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के चलते अपना जनाधार बढ़ाने में कामयाब रही कांग्रेस की नजर अब आने वाले विधानसभा चुनाव पर है। लोकसभा चुनाव से पूर्व बूथ स्तर पर एजेंटों की नियुक्ति की प्रक्रिया को पार्टी जारी रखेगी। एजेंटों के सहयोग से ही अन्य कार्यकर्ताओं को भी जोड़ने का प्रयास होगा। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय शुक्रवार को प्रदेश मुख्यालय में समीक्षा बैठक करेंगे।
पालिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक के अलावा लोकसभा प्रत्याशियों की बैठक भी होगी। हालांकि प्रत्याशियों की बैठक में रायबरेली सीट से जीत दर्ज करने वाले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद नहीं रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत शेष 16 उम्मीदवार बैठक का हिस्सा होंगे। राय वाराणसी सीट से चुनाव लड़े थे। कांग्रेस ने प्रदेश के सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में 1.59 लाख बूथ एजेंट बनाने का लक्ष्य रखा था।
अब तक 80 हजार बूथ एजेंट बना सकी पार्टी
पार्टी अब तक 80 हजार बूथ एजेंट बना सकी है। इनमें लगभग 55 हजार बूथ एजेंटों के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। पार्टी के एक नेता के अनुसार कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ताओं को ही बूथ लेवल एजेंट बनाया जा रहा है। आने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए यह प्रक्रिया शुरू की गई थी।
माना जा रहा है कि वाररूम के सक्रिय सदस्यों के माध्यम से इसे आगे बढ़ाया जाएगा। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी जीत और हार वाली सभी सीटों पर किए गए प्रयासों की समीक्षा करेगी, जिसके अनुरूप आगे की रणनीति तय की जाएगी।