आज भी निवेशक एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना पसंद करते हैं। इसे सबसे सुरक्षित प्लेटफॉर्म माना जाता है। अगर आप भी जरूरत पड़ने पर एफडी से पहले पैसा निकालना चाहते हैं लेकिन चार्जिस या जुर्माने (FD premature withdrawal Charges) से अनजान है या चार्जिस से बचना चाहते हैं तो नीचे दिया आर्टिकल पूरा पढ़ें।
फिक्स्ड डिपॉजिट आज भी निवेशकों का पसंदीदा प्लेटफॉर्म है। आज भी हम से कई अपना पैसा एफडी में रखना ही पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें गारंटी रिटर्न मिल जाता है। हालांकि एफडी में आपका पैसा एक तय सीमा के लिए रहता है। इसी सीमा को मैच्योरिटी कहा जाता है।
अगर कोई व्यक्ति मैच्योरिटी से पहले निकासी करता है, तो उसे भारी-भरकम चार्ज देना पड़ सकता है। सबसे पहले जानते हैं आपको मैच्योरिटी से पहले निकासी पर कितना चार्ज देना होगा। ये चार्ज निकासी के समय और जमा राशि पर निर्भर करता है।
कितना देना पड़ सकता है चार्ज?
अगर आप एफडी में जमा पैसा एक साल पूरा होने से भी पहले निकाल लेते हैं, तो 0.50% चार्ज देना होगा। ऐसे ही अगर एफडी में लिमिट 5 करोड़ से ज्यादा होगी, तो भी ये चार्ज 0.50 फीसदी ही रहेगा। ऐसे ही अगर आप 1 से 5 साल के बीच पैसा निकालते हैं, तो 1 फीसदी लगेगा। फिर चाहे लिमिट 5 करोड़ हो या उससे ज्यादा।
लेकिन अगर आप 5 साल या उसके बाद पैसा निकालते हैं, तो ये चार्ज 5 करोड़ से कम एफडी में 1% और 5 करोड़ से ज्यादा एफडी में 1.50% होगा।
चार्ज से कैसे बचें?
पूरा पैसा न निकाले
कुछ बैंक अपने ग्राहकों को एफडी में आंशिक निकासी यानी थोड़ी राशि निकालने का ऑप्शन देते हैं, इसे आपको पूरी राशि में चार्ज नहीं देना पड़ता और आपका चार्ज कम भी हो जाता है। लेकिन तब क्या होगा, अगर हमें मेडिकल इमरजेंसी के चलते पूरी जमा राशि चाहिए होगी?
लचीलापन होना
कुछ बैंक या वित्तीय संस्थान अपनी एफडी पर जरूरत पड़ने पर जैसे मेडिकल इमरजेंसी होने पर निकासी का ऑप्शन देती है। आप ऐसी एफडी का भी चयन कर सकते हैं। आपको एफडी लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। अगर ऐसा बैंक हमें नहीं मिल रहा, जो ये सुविधा प्रदान करता है, फिर क्या करें?
इंतजार करें
अगर एफडी की मैच्योरिटी जल्द पूरी होने वाली है, तो समझदारी इसी में है कि आप थोड़ा इंतजार और कर सकते हैं। लेकिन अगर एफडी मैच्योर होने में अभी लंबा समय बचा है और हमें तुरंत पैसों की आवश्यकता हो, तो क्या करें?
एफडी पर लोन
अगर आप इंतजार नहीं कर सकते, तो एफडी पर लोन का ऑप्शन चुन सकते हैं। कई बैंक आपको एफडी में जमा रकम पर लोन प्रदान करती है। लोन की रकम जमा राशि और बैंक के नियमों पर निर्भर करता है।
कितना होता है एफडी पर लोन ब्याज?
आमतौर पर एफडी पर लोन लेने पर ये ब्याज दर एफडी ब्याज से 1 से 2 फीसदी ज्यादा होता है। इस लोन को चुकाने की भी एक सीमा होती है। इसे आप बैंक में मौजूद ओवरड्राफ्ट या डिमांड लोन के रूप में ले सकते हैं।