ज़िलाधिकारी ने कसे पेंच बच्चों एवं महिलाओं का हुआ पंजीकरण।

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अवधनामा संवाददाता

आरसीएच पोर्टल पर शत प्रतिशत हुआ बच्चों व महिलाओं का पंजीकरण 
बहराइच ने मण्डल में किया टॉप प्रदेश में हुई 12 वीं रैंक
बहराइच। जनपद में स्वास्थ्य महकमे की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने पाया कि बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सभी स्वास्थ्य सेवाओं की सूचना आरसीएच पोर्टल पर दर्ज नहीं है। इसको लेकर उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को एक सप्ताह के अंदर पोर्टल पर सूचना दर्ज करने के सख्त निर्देश दिए देते हुए इसकी प्रतिदिन समीक्षा की। उनके प्रयास से न सिर्फ तय समय सीमा में शत प्रतिशत सूचनाएं पोर्टल पर दर्ज हो गईं बल्कि पहली बार बहराइच जनपद को मण्डल में पहला और प्रदेश में 12 वीं रैंक हासिल हुई। दरअसल आरसीएच पोर्टल पर सभी बच्चों व गर्भवती की सूचना दर्ज नहीं थी । इसको लेकर जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने सख्त निर्देश देते हुए इसे एक सप्ताह में दुरुस्त करने के निर्देश दिये और प्रतिदिन इसकी समीक्षा की । जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सरजू खान ने बताया ने बताया कि एचएमआईएस पोर्टल पर गर्भवती का पंजीकरण 42488 था जबकि आरसीएच पोर्टल पर 31971 गर्भवती का ही ब्यौरा दर्ज था।   वहीं नवजात शिशुओं का पंजीकरण एचएमआईएस पोर्टल पर 29444 था जबकि आरसीएच पोर्टल पर कुल 27111 शिशुओं का ब्यौरा दर्ज था । इसके अलावा एचएमआईएस पोर्टल पर पहली तिमाही में गर्भवती पंजीकरण 34380 था जबकि आरसीएच पोर्टल पर सिर्फ 22633 गर्भवती ही दर्ज थीं ।
आठ संकेतांकों का दर्ज होता है ब्यौरा 
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक सरजू खान ने बताया कि बच्चों व गर्भवती को दी जाने वाली आठ स्वास्थ्य सेवाओं के संकेतों का ब्योरा आरसीएच व एचएमआईएस पोर्टल पर दर्ज किया जाता है । इनमें गर्भवती का पंजीकरण , पहली तिमाही में गर्भवती का पंजीकरण उच्च जोखिम वाली गर्भवती गर्भवती की समस्त जांच प्रसव सेवा संस्थागत प्रसव बच्चों का पंजीकरण व टीकाकरण शामिल होता है।इन सभी सेवाओं को दो अलग-अलग पोर्टल पर दर्ज किया जाता है।इसमें आरसीएच पोर्टल पर लाभार्थी का नाम, पता सहित दी गयीं सभी स्वास्थ्य सेवाओं की पंक्ति बद्ध एक सूची होती है।जबकि एचएमआईएस पोर्टल पर इन्ही सेवाओं की सिर्फ संख्या दर्ज की जाती है। उन्होने बताया दोनों पोर्टल पर दर्ज सूचनाओं में समानता होनी चाहिए।
डॉ0 दिनेश के मार्गदर्शन में ऐसे हुआ सुधार 
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सबसे खराब स्थिति वाले 4 ब्लाकों को लिखित नोटिस जारी करते हुए निश्चित समय सीमा के अंदर आरसीएच पोर्टल पर 8 संकेतांकों का ब्यौरा दर्ज करने के सख्त निर्देश दिया गए। साथ ही अन्य ब्लाकों के बीपीएम / बीसीपीएम व डाटा इंट्री ऑपरेटर को छूटे हुए लाभार्थियों की सूचना दर्ज करने के लिए कहा गया । इसकी समीक्षा प्रतिदिन जिलाधिकारी महोदय द्वारा की गयी । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रयास से तय समय सीमा के अंदर सभी आठ संकेतांकों का ब्यौरा आरसीएच पोर्टल मे दर्ज कर लिया गया।जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने बताया कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आरसीएच व एचएमआईएस पोर्टल की महत्वपूर्ण भूमिका है। पोर्टल पर सूचनाएं दर्ज न होने से गर्भवती व बच्चों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवायें प्रभावित होती हैं । उन्होंने सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इसे निरंतर जारी रखने के निर्देश दिये ।
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