Friday, May 3, 2024
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HomeUttar PradeshLalitpurसरकार विरासत संरक्षण की दिशा में निरन्तर सजग है: राज्यमंत्री

सरकार विरासत संरक्षण की दिशा में निरन्तर सजग है: राज्यमंत्री

अवधनामा संवाददाता

इन्टैक ललितपुर पर्यटन स्थल, कला, संस्कृति, परम्पराओं, सहेजने के प्रति जन-जन जागरूक कर रही है: संतोष शर्मा

ललितपुर। इन्टैक ललितपुर चैप्टर तत्वावधान में कला भवन में आयोजित विश्व विरासत दिवस के अवसर पर विरासत सरंक्षण संगोष्ठी आयोजन श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ के मुख्य आतिथ्य एवं इन्टैक ललितपुर चैप्टर के संयोजक सन्तोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवल एवं माँ सरस्वती पूजन के साथ सम्पन्न हुआ। संगोष्ठी में इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहरलाल पंथ ने कहा कि हमारी सरकार विरासत संरक्षण की दिशा में निरन्तर कार्य कर रहील है और जिले में स्थित पुरा सम्पदाओं, विरासत को संरक्षित करने के लिए निरन्तर परियोजनाओं के क्रियान्वन की दिशा में ललितपुर के ऐतिहासिक किलों, पुरातत्विक मन्दिरों व स्थलों के लिए धन उपलब्ध करा रही है। प्रदेश सरकार ने ललितपुर विधानसभा क्षेत्र में विरासत संरक्षण कार्य के लिए 13 करोड़ 40 लाख रूपये तथा महरौनी विधानसभा क्षेत्र में विरासत संरक्षण हेतु 13 करोड़ रूपये दिये है। उन्होंने कहा कि कलाभवन में आयोजित नि:शुल्क कला शिविर पर बताते हुये कहा हमारे बीच अपने कला चित्रों के माध्यम से प्रदेश एवं देश अपनी छाप छोड़चुके अनुभवी चित्रकार ओमप्रकाश बिरथरे कला शिविर के माध्यम से बुन्देली लोक परम्पराओं एवं विरासत से सम्बन्धित कला चित्रों का अभ्यास कराकर कलासाधकों के माध्यम से अपनी विरासत को सहेजने का अच्छा कार्य कर रहे है। इन्टैक ललितपुर चैप्टर संयोजक सन्तोष कुमार शर्मा ने कहा कि इन्टैक अपने स्थापनाकाल से ही विरासत संरक्षण की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। पर्यटन यात्राओं, पर्यटन क्विज, विरासत संरक्षण कार्य शालाओं के आयोजन, चित्रकला प्रतियोगिताओं, अपनी पुरातत्व एवं धरोहरों लघु वृत्तचित्र निर्माण, एवं हैरिटेज पर्यावरण सुरक्षा, वृक्षारोपण के लिए जनमानस को प्रेरित करने कार्य करती चली आ रही है और इन्टैक ललितपुर चैप्टर लाखों वृक्षों का वृक्षारोपण कराया गया गया है, जो अभी भी पर्यावरण को हरा भरा बनाने का कार्य कर रही है। इस अवसर पर कला भवन में नि:शुल्क कला शिविर का आयोजन कर रहे कलाविद् ओमप्रकाश बिरथरे ने कहा कि वह अपने इस कला शिविर में बुन्देली विरासत, संस्कृति, तीज त्यौहार पर बनाए जाने वाले चित्रों के साथ साथ अपनी संस्कृति को जानने के जागरूक कर चित्रकला संस्कृति के माध्यम से विरासत बचाने के लिए एवं अपनी प्रतिभा का निखारने के प्रेरित कर रहे हैं। बिरथरे ने बुन्देलखण्ड चितेरी कला, नौरता, कोहबर, मौरते, स्वास्तिक परम्पराओं से सम्बन्धित स्वयं के चित्रों के साथ साथ शिविर में प्रतिभाग कर रहे लगभग 45 कला साधकों के बनाए गए चित्रों को भी अतिथियों के समक्ष दर्शित कराये। इस अवसर पर इन्टैक ललितपुर चैप्टर के सह-संयोजक रजनीश चड्ढा, विनोद त्रिपाठी, राजा भैया, कृपाशंकर चौधरी ने विरासत संरक्षण के प्रति अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में आभार रजनीश चड्ढा ने व्यक्त किया।

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