अवधनामा संवाददाता
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने जिला चिकित्सालय किया निरीक्षण,निरीक्षण के नाम पर दिखावा करके चलते बने प्रमुख सचिव
डिस्प्ले बोर्ड पर दर्ज नहीं था अस्पताल में मौजूद दवाओं का ब्यौरा
अयोध्या। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत जानने के लिए रविवार को अवकाश के दिन पहुंचे प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सेन सारथी निरीक्षण के नाम पर दिखावा करके वापस लौट गए। जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान चार चिकित्सा अधिकारी अस्पताल से नदारत मिले। उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। इमरजेंसी में भर्ती एक महिला ने जानकारी दी की चिकित्सा बाजार की दवा लिखते हैं। प्रमुख सचिव ने उसे भी नजरअंदाज कर दिया। जिला अस्पताल प्रशासन ने जिन बेडो को निष्प्रयोग कहकर बाहर फेंक दिया था उन बेडों को उन्होंने नीलाम करने के निर्देश दिए। 6 करोड़ की लागत से अनियमित रूप से की गई सामानों की खरीद के सवाल को भी उन्होंने दरकिनार करते हुए कहा के शासन की ओर से सामान जनता के सहयोग के लिए दिए गए हैं।
प्रमुख चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थ सेन सारथी रविवार को जिला चिकित्सालय, श्री राम चिकित्सालय का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने सर्वप्रथम श्री राम चिकित्सालय का निरीक्षण किया और चिकित्सको के साथ बैठक की। इसके बाद प्रमुख सचिव जिला अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने सर्वप्रथम इमरजेंसी ओपीडी का निरीक्षण किया। चिकित्सकों से दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में
जानकारी ली । इसके बाद उन्होंने महिला वार्ड में जाकर मरीज से जानकारी की। एक महिला तीमारदार ने बताया कि दवाई बाजार से खरीदनी पड़ रही है। इसके बाद उन्होंने सिटी स्कैन कक्ष का निरीक्षण किया ।प्रमुख सचिव ने वहां जानकारी ली की क्या रात में भी सीटी स्कैन किया जाता है। तो स्टाफ ने बताया कि रात में सीटी स्कैन बंद रहती है।इस पर भड़के प्रमुख सचिव ने निर्देश दिया की रात्रि में भी मरीज को सीटी स्कैन की सुविधा दी जाए। इसके बाद प्रमुख सचिव ने रविवार के कारण बन्द पडी ओपीडी को खुलवाकर उसका भी निरीक्षण किया। दवा के डिस्प्ले में उपलब्ध दवाइयों की सूची स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। इसके बाद प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के कक्ष में उन्होंने चिकित्सकों के साथ बैठकर बंद कमरे में मंत्रणा की।वहां से बाहर निकालने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा की जिला अस्पताल में आयुष्मान कार्ड धारक मरीज भी भर्ती होने लगे हैं। दवाओं की पूरी व्यवस्था है । चार चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं थे । उनको बुलवाया गया है। मीडिया की ओर से जिला चिकित्सालय में अनियमित रूप से की गई सामानों की खरीद को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग के लिए शासन से सामानों की खरीद की गई है । इसके लिए कोई डिमांड की आवश्यकता नहीं होती है। प्रमुख सचिव कुल मिलाकर जिला अस्पताल प्रशासन की मनमानी पर पर्दा डालते दिखे। उन्होंने अनियमित रूप से की गई 6 करोड रुपए के सामानों की खरीद पर पूरी तरीके से पर्दा डाल दिया। निरीक्षण में प्रमुख सचिव के साथ आपद निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अरुण कुमार पवन में डॉक्टर संजय जैन प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बृज कुमार डीपीएम राम प्रकाश पटेल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।