अवधनामा संवाददाता
फोरेंसिक टीम व खोजी कुत्ते की मदद से जांच पड़ताल में जुटी पुलिस
एडिशनल एसपी ने मंदिर में हुई चोरी का लिया जायजा
कप्तानगंज, कुशीनगर। ठंड का फायदा उठाकर कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कुंदुर गांव में बीती रात राम जानकी मंदिर से पीतल की पांच मूर्तियां अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर लिया गया। चोरों ने मूर्ति चोरी कर क्षेत्र में पुलिसिया गश्त की पोल खोल दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी रितेश कुमार सिंह द्वारा मंदिर परिसर सहित चोरी स्थल का जायजा लेते हुए पूजारी से पूछताछ कर थानाध्यक्ष कप्तानगंज राजकुमार बरवार को आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा कुंदुर में लगभग 100 वर्षो से अधिक पुराना राम जानकी मंदिर स्थित है जो पूजारी देव नारायण वैश्य के पूर्वजों द्वारा बनवाया गया था जिसकी देखभाल सहित पूजन अर्चन का काम पूजारी द्वारा ही किया जाता है। शुक्रवार को सुबह पूजारी के परिवार की एक महिला जब फूल तोड़ने मंदिर की तरफ गई तो मंदिर के मेन गेट का फाटक खुला देख शोर मचाई शोर सुन परिवार के लोग मंदिर की तरफ दौड़ पड़े और मंदिर के खुले हुए फाटक को देख दंग रह गए। मंदिर के अंदर प्रवेश करने पर ताला बंद फाटक के एक पल्ले को निकाल कर पांच मूर्तियों के चोरी होने का मामला प्रकाश में आया जिसकी सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष कप्तानगंज राजकुमार बरवार और चौकी इंचार्ज राहुल कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कार्यवाही में जुट गए। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी रितेश कुमार ने भी पहुंच कर जायजा लिया और फोरेंसिक टीम के सतेंद्र पाल, अमरनाथ के साथ डाग स्क्वायड टीम के अवधेश यादव द्वारा भी मंदिर के अंदर अनेक पहलुओं पर जांच की गई। जांच के दौरान ही एक मूर्ति मिली जिससे सिर्फ पांच मूर्तियों का ही चोरी होने की बात उजागर हुई। पूजारी ने मूर्तियों के चोरी होने की तहरीर थानाध्यक्ष कप्तानगंज को सौंप दी है।
मूर्ति चोरी का जल्द करें खुलासा : एएसपी
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कुंदूर में राम जानकी मंदिर से एक साथ पीतल की पांच मूर्तियां चोरी होने की सूचना पर पहुंचे एडिशनल एसपी रितेश कुमार सिंह गहनता से जांच पड़ताल कराया। खोजी कुत्ते व फोरेंसिक टीम ने मंदिर के अगल बगल व कुछ दूरी पर पहुंच सुराग लगाने का प्रयास किए। एडिशनल ने मातहतों को सख्त लहजे में कहा कि मूर्ति चोरी का जल्द से जल्द खुलासा करें अन्यथा कार्यवाई के लिए तैयार रहे।