अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा हमीरपुर। त्योहार के आखिरी दिन जहां लोग रंगों के त्योहार की खुशियों से सराबोर होकर जश्न मना रहे थे तो वहीं आग ने कोहराम मचा दिया जिससे चार परिवारों का आसियाना छिन गया और एक दूकान को भी नुकसान हुआ है।जबकि आग से लाखों रुपये के सामान जलने का अनुमान लगाया जा रहा है हालांकि आग की सूचना पर तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंच कर आग से हुए नुकसान का आंकलन करने के साथ ही पीडितों को हर सम्भव सहायता दिलाने की बात कही है।
कस्बे के लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले के बाहर सहित गल्ला मण्डी के आसपास लगभग एक दर्जन से अधिक पछय्हा लोहारों के परिवार लगभग पांच दशकों से अपने झोपडे बनाकर रह रहे हैं।हालांकि इससे पहले यह लोग लगातार एसडीएम सहित अन्य आलाअधिकारियों से अपने परिवारों के रहने के लिए जमीन पर पट्टे की मांग करते रहे हैं।
शुक्रवार की दोपहर गल्ला मण्डी के निकट बनी पछय्हा लोहारों की झोपड़ियों में अचानक आग लग गई।आग इतनी तेज थी कि कुछ क्षणों में अफरा तफरी का माहौल बन गया।हालांकि लोगों ने आनन फानन में फायर बिग्रेड को फोन किया लेकिन लोगों का आरोप है कि फायर ब्रिगेड अपने पुराने ढर्रे पर कायम है और सबकुछ स्वाहा होने के बाद ही आती है और इस बार भी यही हुआ कि फायर ब्रिगेड सबकुछ खत्म होने के बाद आई,जबकि घटनास्थल और फायर स्टेशन की दूरी महज एक किलोमीटर से अधिक नहीं है।
बार बार अपने लिए आसियाने की मांग करने और सबकुछ जलने के बाद फायर ब्रिगेड के आने से आक्रोशित लोगों ने सडक जाम कर दी जिसके बाद एसडीएम और तहसीलदार ने काफी मान मनव्वल कर सरकारी स्तर से हर सम्भव सहायता दिलाने का भरोसा दिलाकर जाम खुलवाया।पीडित कमला, आनंदी, भगवती, गीता, मलखान, मनीष और शंकर आदि ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से अपने लिए पटटे की मांग की है लेकिन अधिकारियों ने हमारी ओर ध्यान नहीं दिया और आज इतनी बड़ी घटना घट गई।साथ ही बताया कि खाना बनाते समय आग लग गई है और देखते ही देखते ही देखते आग इतनी तेज हो गई और फायर ब्रिगेड भी देर से आई है।जिससे गृहस्थी का सारा सामान और खाने पीने की चीजों के साथ ही जेवर और नकदी भी जल गई है अब हमारे पास कुछ नहीं बचा है।इसी के चलते पीडित परिवारों ने तहसीलदार दिवाकर मिश्रा को भी घेर लिया।जिसपर तहसीलदार ने हर सम्भव सरकारी सहायता दिलाने की बात कही।सूचना पर पहुंची राजस्व विभाग की टीमों ने आग से हुए नुकसान का आंकलन करना शुरू कर दिया है।इस सम्बंध में तहसीलदार दिवाकर मिश्रा ने बताया कि उनका कहना है कि आग खाना बनाने के कारण लगी है लेकिन फिर भी आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और इनकी मांग पटटे की जमीन की है जिसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है।