रिम्स में मंगलवार रात जूनियर डॉक्टर और सुरक्षा गार्ड के बीच मारपीट का मामला बुधवार को प्रकाश में आया है। मारपीट में रिम्स के मेडिकल छात्र और होमगार्ड के जवान को चोट लगी है। मामले को लेकर बरियातू थाने में दोनों और से बुधवार काे एफआईआर दर्ज किया गया है। रिम्स के मेडिकल छात्रा सीओ प्रिय ने होमगार्ड जवानों पर मारपीट करने का एफआईआर दर्ज कराया है। जबकि होमगार्ड जवानों की ओर से शिवानी महतो ने जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ मारपीट का एफआईआर दर्ज कराया है।
जूनियर डॉक्टरों ने सुरक्षाकर्मियों पर हाथापाई का आरोप लगाया है। छात्रा का आरोप कि एक महिला गार्ड ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। आईडी कार्ड दिखाने पर भी उसे स्टेडियम में जाने नहीं दिया और उसके साथ धक्का-मुक्की की। इसके बाद एकेडमिक ब्लॉक में छात्र जमा होकर विरोध करने लगे। मेडिकल छात्रों का कहना है कि रिम्स के गार्ड बाहर के लोगों को छोड़ रिम्स विद्यार्थियों पर ही हावी हो जाते हैं। रिम्स के छात्रों की पहचान के लिए उन्हें आईडी कार्ड दिया गया है। उन्हें आईडी कार्ड को अपने साथ रखने को कहा गया है, ताकि बाहर के लोगों और रिम्स के छात्रों की पहचान आसानी से की जा सके।
मंगलवार देर रात जब रिम्स की छात्रा आयी तो महिला गार्ड ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और स्टेडियम में प्रवेश करने नहीं दिया। जबकि छात्रा के पास आईडी कार्ड भी था। इसको लेकर छात्रों और होमगार्ड जवानों में झड़प हो गयी।
फिर कुछ देर के बाद लगभग 50 डॉक्टर वहां पहुंचे गाली गलौज करते हुए होमगार्ड जवानों का वर्दी फाड़ने लगे और डंडे से मारपीट की। इससे होमगार्ड के जवान जख्मी हुए हैं। मारपीट में होमगार्ड के सोनू कुमार, बाबूलाल, राम और गजेंद्र को चोट आई है।
रिम्स में जूनियर डॉक्टरों के मारपीट की जांच की मांग को लेकर होमगार्ड के जवान धरना पर बैठ गए हैं।
सदर डीएसपी संजीव बेसरा ने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। मामले की गहन जांच की जा रही है। दोनों तरफ से मामले में एफआईआर दर्ज कराया गया है।