अयोध्या। (Ayodhya) आज जहां पूरा देश एक अदृश्य बीमारी के कहर से गुजर रहा है तो वहीं धरती के भगवान कहें जाने वाले डॉक्टर इस आपदा को अवसर में बदल कर अपनी जेबें भरने की फिराक में गरीब, लाचार व बीमार लोगों व उनके परिजनों का दोहन करने में लगे है। चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या निजी सब जगह केवल लूट ही लूट है यहां कोरोना का भय केवल मरीजों को दिखाया जा रहा है उन्ही के लिए कोरोना के सारे प्रोटोकॉल बनाये गये है।
जबकि अस्पताल के कर्मचारी स्वयं किसी प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहें है। उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ शब्दों में कहा है कि किसी भी मरीज को किसी भी अस्पताल में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। लेकिन अयोध्या में ऐसे नहीं है यहां के डॉक्टर तो सत्ता पक्ष के एक विधायक के परिजन को जांच के लिए धक्के खाने पड़े तो आम जनता का क्या होगा। दरसल बुधवार को मिल्कीपुर विधानसभा के विधायक गोरखनाथ के छोटे भाई अपने किसी खास का सिटी स्कैन कराने कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित ब्रह्मबाबा के सामने उदया डायग्नोस्टिक सेंटर गये।
जहां विधायक के भाई ने सेंटर के कर्मचारियों से बताया कि मै विधायक गोरखनाथ का छोटे भाई हूं, और मेरे एक रिश्तेदार की तबीयत खराब है डॉक्टर ने सिटी स्कैन कराने की सलाह दी है। विधायक के भाई का इतना कहना सेंटर के कर्मचारियों को गवारा नहीं लगा और कहा कि जांच नम्बर से ही होगी आपको इंतजार करना होगा। इसके बाद दोनों के बीच मे कहा सुनी हुई और देखते ही देखते सेंटर के अन्य कर्मचारियों ने विधायक के भाई के साथ गली गलौज करते हुए हमलावर हो गये। घटना की सूचना सेंटर प्रबंधन ने पुलिस को फोन पर दिया। सूचना पर पहुंचे सीओ अयोध्या राजेश कुमार राय व नगर कोतवाल नीतीश श्रीवास्तव ने दोनों पक्षों को शांत कराया और घटना की तहरीर देने को कहा। वहीं विधायक के भाई ने कोतवाली नगर में तहरीर देकर डायग्नोस्टिक सेंटर के दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवही की मांग किया है।
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