अवधनामा संवाददाता
खेत के 10 प्रतिशत हिस्से पर शाकभाजी की खेती करने का कृषकों को सुझाव
ललितपुर। जिलाधिकारी आलोक सिंह ने ग्राम पंचायत खांदी विकास खण्ड- तालबेहट क्षेत्रांतर्गत कृषक के प्रक्षेत्र पर टपक सिंचाई पद्धति के माध्यम से पहली बार उगायी जा रही शाकभाजी वेहन का अवलोकन किया तथा प्रक्षेत्र पर इस संबंध में की जा रही तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। मौके पर जिला उद्यान अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि लगभग एक हेक्टेयर प्रक्षेत्र पर खरबूजा, तरबूजा, लौकी व टमाटर की वेहन लगभग 10 दिन पूर्व बोई जा चुकी है जिसका रोपण प्रक्षेत्र पर 15-20 दिन के अन्दर कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि ड्रिप स्थापना हेतु जैन इरीगेशन कम्पनी का चयन है। फर्म द्वारा यथाशीघ्र कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। तत्पश्चात मल्चिंग विधि से मेड़ों पर तैयार पौध का रोपण किया जाना है। यह भी बताया गया कि प्रक्षेत्र पर दो हेक्टेयर भूमि पर फलदार वृक्षों का रोपण ड्रिप सिंचाई पद्धति के साथ करने जा रहे है जबकि अन्य दो हेक्टेयर भूमि पर मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली स्थापित कराकर जिन्सों का उत्पादन किया जाना प्रस्तावित है। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा अधिक से अधिक कृषकों को परम्परागत खेती के साथ-साथ अपने खेत के कम से कम 10 प्रतिशत हिस्से पर शाकभाजी की खेती का सुझाव दिया गया ताकि दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ वर्ष भर परिवार को रोजगार मिल सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, उप जिलाधिकारी तालबेहट अमित कुमार भारती, डीसी मनरेगा रविंद्रवीर यादव, खण्ड विकास अधिकारी तालबेहट, उद्यान अधिकारी परवेज खान आदि उपस्थित रहे।