नायब तहसीलदार की सुरक्षा में लगे होमगार्ड से की मारपीट, पुलिस ने संभाले हालात
महोबा। जिले के चरखारी कस्बे की मंडी स्थित खाद क्रय-विक्रय केंद्र पर गुरुवार को खाद वितरण के दौरान अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। बड़ी संख्या में सुबह से लाइन में लगे किसानों को जब समय पर खाद उपलब्ध नहीं हुई तो किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। इसी बीच धक्का-मुक्की के दौरान एक किसान जगदीश घायल हो गया। आरोप है कि उसे डंडा लगने से चोट आई। इस घटना से नाराज किसानों ने मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार हेमकांत की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड परमलाल के साथ हाथापाई कर दी।
स्थिति बिगड़ती देख नायब तहसीलदार समेत अन्य अधिकारी वहां से भाग खड़े हुए। किसानों के उग्र तेवर से मंडी परिसर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और वे खाद किल्लत को लेकर नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलते ही चरखारी कोतवाली प्रभारी प्रवीण कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाकर दोबारा लाइन में खड़ा कराया। किसानों ने आरोप लगाया कि सुबह से लाइन में लगे होने के बावजूद उन्हें खाद नहीं दी जा रही है और इस बीच पुलिसकर्मी ने किसान जगदीश पर डंडा चला दिया।
वहीं, होमगार्ड परमलाल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि किसान आपस में झगड़ रहे थे और अचानक उन पर आरोप लगाते हुए हमला कर दिया गया कि वह खाद बंटवाने में सहयोग नहीं कर रहा। दूसरी ओर फिर लाइन लगने के बाद भी जब किसानों को खाद वितरण में दिक्कतें हुईं तो आक्रोशित किसानों ने केंद्र के सचिव लालू को भी दौड़ा लिया। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया, जिससे सचिव पर हमला होने से बच गया।
किसानों का आरोप है कि दो हजार किसान लाइन में लगे है और सिर्फ 500 बोरी खाद ही केंद्र में है यहां खाद की कालाबाजारी की जा रही है। तीन दिन से खाद के लिए परेशान सुनील और रामचन्द्रपाल ने अपना दर्द बताया है। इस पूरी घटना ने चरखारी में किसानों के बीच गहरी नाराजगी को उजागर कर दिया है। किसान प्रशासन पर समय से खाद उपलब्ध न कराने और व्यवस्थाओं में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
किसानों को खाद न मिलने पर, महाविद्यालय का तोड़ा गेट
महोबा । जिले के जैतपुर स्थित एस. के. महाविद्यालय में गुरुवार को खाद वितरण के दौरान किसानों ने हंगामा किया। बुवाई के समय खाद की किल्लत से जूझ रहे हजारों किसान सुबह 3 बजे से ही केंद्र के बाहर कतार में खड़े थे। निर्धारित समय पर केंद्र न खुलने से आक्रोशित किसानों ने महाविद्यालय का गेट तोड़ दिया और परिसर में घुसकर प्रदर्शन करने लगे।स्थिति बिगड़ने की सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।
इसके बाद एसडीएम प्रदीप कुमार और सीओ रविकांत भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने माइक से किसानों को शांत रहने और कतार में लगने की अपील की। अधिकारियों ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए किसानों को व्यवस्थित कतारों में खड़ा कराया और खाद वितरण प्रक्रिया शुरू करवाई। हालांकि, किसानों का आक्रोश पूरी तरह शांत नहीं हुआ। उन्होंने शिकायत की कि हजारों की संख्या में कतार में खड़े होने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है।


 
                                    


