अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/ब्यूरो। शुक्रवार को अक्षय तृतीया का व्रत मनाया जाएगा. इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए लोग अभी से ही बाजार में खरीदारी करना शुरू कर दिए हैं. बाजारों में अक्षय तृतीया के सामान उपलब्ध हैं. अक्षय तृतीया पर बहुमूल्य धातुओं में सोना खरीदने का महत्व अधिक है. सदियों से लोग अक्षय तृतीया पर सोना खरीदते आ रहे हैं. हालांकि, इस दिन सोना के अलावा, चांदी, हीरा, पीतल-तांबा और कांसा के बर्तन, कपड़ा, खाद्यान्न, दालें, पीली सरसो, मिट्टी का घड़ा आदि भी खरीद सकते हैं. लेकिन, सोने की खरीद करना सबसे शुभ माना जाता है. इसका कारण यह है कि सोना माता लक्ष्मी का ही स्वरूप है. अगर आप अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने जा रहे हैं, तो उसकी खरीद करने के शुभ मुहूर्त के बारे में जान लेना जरूरी है. विशेषज्ञ कहते हैं कि शुभ मुहूर्त पर सोना खरीदने से घर में धन-वैभव की बढ़ोतरी होती है और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
आचार्य सौरभ कुमार भारद्वाज ने बताया कि अक्षय तृतीया शाश्वत समृद्धि, अक्षय निधि और सुख-शांति का प्रतीक है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य स्थायी सफलता और भाग्य सुनिश्चित करता है. ‘अक्षय’ शब्द का अर्थ शाश्वत है, जबकि ‘तृतीया’ शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन को दर्शाता है. यह नए काम की शुरुआत के लिए चिह्नित दिन है. चाहे वह व्यवसाय शुरू करना हो, नई नौकरी शुरू करना हो या धार्मिक अनुष्ठान करना हो, यह तिथि इन सब कामों को शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है. मान्यता यह भी है कि अक्षय तृतीया पर चंद्रमा और ग्रहों के स्वामी सूर्य अपने सबसे अधिक प्रकाशमान होते हैं, क्योंकि इस दिन यह किसी भी अन्य दिन की तुलना में अधिक चमकीला होता है. इसलिए इसे नए निवेश, विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, उपनयन संस्कार के लिए शुभ माना जाता है. सबसे बड़ी बात यह है कि अक्षय तृतीया पर कारोबार की शुरुआत करने से उसमें वृद्धि होती है।
स्वर्ण व्यवसाय मिठाई लाल सोनी ने बताया कि इस बार मार्केट थोड़ा ठंडा है चुनाव के सीजन व महंगाई की वजह से कुछ बाजार में गिरावट देखने को मिलेगी हालांकि जिले भर में करोड़ों के आयात निर्यात होने की उम्मीद जताई जा रही है।