मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रत्येक जिले में वक्फ बोर्ड का एक भवन बनाया जायेगा। इसके लिए जमीन वक्फ बोर्ड ही मुहैया करायेगा और इसका काम जल्द शुरू होगा। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प भवन में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की योजनाओं की समीक्षा की।
प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अल्पसंख्यकों के लिए जो योजनाएं चलायी जा रही हैं, उन पर तेजी से काम हो और उसकी निरंतर समीक्षा होती रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए आवासीय विद्यालय का निर्माण कराने के लिए तेजी से काम किया जायेगा। इसके लिए अधिकारियों को साइट विजिट कराने और संवेदनशीलता के आधार पर जगह का चयन करने का निर्देश दिया।
उन्होंने छात्रावास की चारों तरफ मजबूत व ऊंची बाउंड्री बनाने और छात्रावास भवन का डिजाइन आकर्षक बनाने के निर्देश दिये. सीएम ने कहा कि छात्र-छात्राओं के आवास के बीच स्टॉफ आवास भी बनाये जायेंगे।
खेल मैदान की भी व्यवस्था होगी. इनमें शिक्षकों और अन्य कर्मियों की नियुक्ति ससमय होगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिलें, जिससे कि यह आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित हो। उन्होंने कहा कि पटना में बहुउद्देशीय अंजुमन इस्लामिया भवन का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। अधिकारियों से कहा कि वे छात्रावासों में छात्रवृत्ति और अनाज के वितरण की निरंतर मॉनीटरिंग करें।
तलाकशुदा या परित्यक्ता महिलाओं का सर्वेक्षण करा लें और जरूरतमंदों को सभी को 25 हजार रुपये की आर्थिक सुविधा उपलब्ध कराएं। इस दौरान बिहार राज्य अल्पसंख्यक वित्त निगम की वर्तमान पूंजी में राज्य की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 80 करोड़ रुपये करने पर सहमति बनी।
इस बैठक के दौरान विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने प्रेजेंटेशन दिया। इसमें अल्पसंख्यकों से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी दी गयी।
इस मौके पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. खुर्शीद ऊर्फ फिरोज अहमद, मुख्य सचिव दीपक कुमार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार, अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह व विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मो. इरशादुल्लाह, शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मो. इरशाद अली आजाद, मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कय्यूम अंसारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।