तुर्की और सीरिया में भूकंप ने मचाई तबाही

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तुर्की की मदद करेगा भारत

रवाना होंगी एनडीआरएफ और मेडिकल टीमें

नई दिल्ली। तुर्किये और सीरिया में सोमवार को 7.8 की तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि कई इमारतें जमींदोज हो गई। जिसमें अब तक 2300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच भारत सरकार भी तुर्किये की मदद के लिए एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों को भेजेगा।
टर्किश मीडिया के मुताबिक- दो बड़े झटके आए। पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सुबह करीब चार बजे (7.7) और दूसरा करीब 10 बजे। दूसरे की तीव्रता 7.6 मानी गई। इसके अलावा 78 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 6.7 से 6.5 रही।
सीरिया में 783 लोग मारे गए और 1500 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। दोनों देशों में मरने वालों की कुल संख्या 2300से ज्यादा हो गई है। लेबनान और इजराइल में भी झटके महसूस किए गए, लेकिन यहां नुकसान की खबर नहीं है।
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर था। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई। इसका असर भी दिख रहा है। दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। वहीं, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्कीये में आए भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की संवेदनाएं तुर्किये के साथ हैं। भारत सरकार मदद के लिए राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों के खोज और बचाव दलों को तुर्की भेज रही है।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक- पहले भूकंप के बाद आए 7 झटकों की तीव्रता 5 से ज्यादा थी। एक्सपट्र्स का कहना है कि दिनों तक आफ्टर शॉक्स महसूस किए जाएंगे।
अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर, मालट्या, नूरदगी समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई। यहां 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरने की खबर है। कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कई इलाकों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है।
तुर्किये के वाइस प्रेसिडेंट फुआत ओक्ते के ऑफिस की तरफ से एक बयान जारी किया गया। कहा- देश के 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी रहेगा। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। फिलहाल, 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। हम मिलिट्री के लिए एयर कॉरिडोर बना रहे हैं। इसमें सिर्फ एयरक्राफ्ट को लैंड और टेकऑफ की मंजूरी दी जाएगी।
तुर्किये भेजी जाएंगी एनडीआरएफ और मेडिकल टीमें
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों के खोज और बचाव दलों को तुरंत तुर्किये सरकार के समन्वय में भेजा जाएगा। विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की 2 टीमें भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं।
आवश्यक दवाओं को भी तुर्किये भेजा जाएगा
पीएमओ ने बताया कि आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ मेडिकल टीमें भी तैयार की जा रही हैं। राहत सामग्री तुर्किये सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास व इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के समन्वय से भेजी जाएंगी।
पीएम मोदी ने जताया था दुख
इससे पहले पीएम मोदी ने तुर्किये में भूकंप में जान गवाने वाले लोगों के निधन पर दुख जताया था। उन्होंने कहा था कि तुर्किये में भूकंप के कारण मृत्यु और संपत्ति के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना। भारत तुर्किये के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है।

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