लखनऊ:नागरिकता क़ानून के खिलाफ हुसैनाबाद घंटा घर पर जारी महिलाओं के धरने मैं आज डॉक्टर कल्बे सादिक़ पहुंचे और उन्होने वहां सब का हौसला बढ़ाया .डॉ कल्बे सादिक़ गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं और इस समय वह एरा मेडिकल कॉलेज मैं भर्ती हैं.
ज्ञात रहे अभी तक शिया और सुन्नी मुसलमानों का कोई भी मौलवी धरना िस्थल नहीं पहुंचा है और इस हालत में डॉ कल्बे सादिक़ का वहां पहुंचना चारो तरफ चर्चा का विषय बना हुवा है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी से भी डरने की ज़़रूरत नहीं है. मुल्क में नफरत, जुल्म और ज्यादती का माहौल बना दिया गया है. रात को यहां की लाइट काट देना ज्यादती नहीं तो और क्या है. उन्होंने कहा कि मैं यहां की बहादुर और दिलेर औरतों को मुबारकबाद देता हूं. वो शांतिपूर्वक अपना प्रदर्शन जारी रखें. जुल्म और अत्याचार की हुकूमत ज्यादा दिन टिक नहीं सकती. यहां पर लोकतंत्र है तानाशाही नहीं.
कल रात कल्बे सादिक ने एक वीडियो जारी कर महिलाओं का हौसला बढ़ाया था. बता दें कि डाॅ. कल्बे सादिक लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. तकरीबन दो साल से उनका इलाज चल रहा है. डाॅक्टरों ने उन्हें ज्यादा चलने फिरने और बोलने से मना किया है. इतनी बीमारी के वाबजूद आज उन्होंने घंटाघर आने का फैसला किया.
नागरिकता संशोधन कानून, नागरिकता रजिस्टर और एनपीआर के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग की तर्ज पर लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं को धरना बीते एक सप्ताह से लगातार जारी है.
पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी महिलाएं टस से मस नहीं हुई.