‘बाउंसर मत डालना वरना मर जाऊंगा’

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'Don't bounce or else I'll die'

 

नई दिल्ली (New Delhi)पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर धारदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। उनकी खतरनाक बाउंसर और यॉर्कर से धांसू बल्लेबाज भी घबराते थे। उनकी गेंदें पिच पर पड़ने के बाद कई बार बल्लेबाजों को बिलकुल समझ नहीं आती थी। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, रिकी पॉन्टिंग और ब्रायन लारा जैसे दिग्गजों के खिलाफ गेंदबाजी की। हालांकि, अख्तर का कहना है कि उन्हें मुथैया मुरलीधरन को गेंदबाजी करना सबसे ज्यादा मुश्किल लगता था। श्रीलंका के महान स्पिनर मुरलीधरन ज्यादातर 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे।

शोएब अख्तर ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में कहा, ‘मुथैया मुरलीधरन गेंदबाजी करना सबसे कठिन था। मैं मजाक नहीं कर रहा हूं। वह मुझसे अनुरोध करते थे कि मैं उन्हें जान से नहीं मारूं। कहा करते था कि अगर मेरी बाउंसर उन्हें लग गई तो वह मर जाएंगे। मुरलीधरन कहते थे कि मैं आगे गेंद डालूं और वह अपना विकेट दे देंगे। हालांकि, जब भी मैं आगे गेंद फेंकता तो वह जोरदार शॉट जड़ देते और मुझसे कहता था कि गलती से लग गया।’ बता दें कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले मुरलीधरन ने 133 टेस्ट और 350 वनडे मैचों में क्रमशः 1261 रन और 674 रन बनाए।

शोएब अख्तर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़े एक लंबा अरसा गुजर गया है, लेकिन अगर पूर्व गेंदबाज को दोबारा गेंदबाजी का मौका मिलता तो वो तीन खिलाड़ियों को आउट करना पसंद करते। दरअसल, अख्तर से सवाल पूछा गया कि मौजूद दौर के वह किस बल्लेबाज को आउट करना चाहेंगे? इसके जवाब में अख्तर ने विराट कोहली, बाबर आजम और इंग्लैंड के धाकड़ ऑलराउंडर बेन स्टोक्स का नाम लिया। बता दें कि महान तेज गेंदबाजों में से एक अख्तर ने 1997 में रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में वेस्ट इंडीज के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू किया था। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर रहे अख्तर ने  पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 खेले।

 

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