अवधनामा संवाददाता
बहराइच । शासन के निर्देशों के क्रम में प्रत्येक तहसील के अपलोड किये गये आंकड़ो में से सूखे से सर्वाधिक प्रभावित 10-10 ग्रामों के पुनः स्थलीय सत्यापन हेतु जनपद में संचालित किये गये अभियान का जायज़ा लेने के लिए डीएम डॉ. दिनेश चन्द्र ने ग्राम बंगला चक का भ्रमण किया।
डीएम डॉ. चन्द्र ने ग्राम के पंचायत भवन में ग्रामवासियों से भेंट कर खरीफ में बुवाई तथा फसलों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सुझाव दिया कि जिने किसानों को नुकसान हुआ है उसका पूरा विवरण ग्राम के लेखपाल को उपलब्ध करा दें। डीएम ने लेखपाल को निर्देश दिया फसल क्षति का गाटावार विवरण तैयार किया जाय। डीएम ने मौजूद किसानों से पीएम किसान सम्मान निधि योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए योजना की पात्रता तथा वर्तमान समय में भू-लेख सत्यापन, डाटा फीडिंग तथा अपलोडिंग कार्य की जानकारी प्रदान की।
किसानों से रू-ब-रू होते हुए डीएम ने उनकी रोज़मर्रा की जिन्दगी तथा प्रमुख रूप से बोई जाने वाली फसलों तथा गॉव के पशुधनों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। डीएम ने किसानों को सुझाव दिया कि परम्परागत खेती के साथ-साथ जैविक खेती को भी अपनाये। डीएम ने किसानों को नैपियर घास के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि अपने पशुओं के सामर्थ के अनुसार नैपियर घास की बोआई भी करें। नैपियर घास को एक बार बोने मात्र से आगामी पॉच वर्षों तक पशुओं के लिए हरा चारा प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इच्छुक किसान नैपियर घास का बीज प्राप्त करने के लिए खण्ड विकास अधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं। डीएम ने कहा कि वर्ष भर हरा चारा की उपलब्धता से छुट्टा जानवरों की समस्या का भी समाधान हो सकेगा।
किसानों व ग्रामवासियों से मुलाकात करने के उपरान्त डीएम डॉ. चन्द्र ने कृषक पतिराम, चेतराम व लल्लू पुत्रगण राजाराम के खेत का स्थलीय निरीक्षण कर फसल क्षति के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, खण्ड विकास अधिकारी रिसिया अनूप कुमार यादव, थानाध्यक्ष रिसिया इन्द्रजीत यादव मौजूद रहे।