अवधनामा संवाददाता
मसौली बाराबंकी। स्पाइस बोर्ड भारत सरकार के रीजनल ऑफिस बाराबंकी एवं मेंथा किसान समिति मसौली के सहयोग से एक मसाला उत्पादन के संबंध में रीजनल सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार में जिला उद्यान अधिकारी महेश श्रीवास्तव ने किसानों को बताया की मेंथा की खेती के साथ आलू का भी वृहत रूप से उत्पादन किया जाता है। महेश श्रीवास्तव ने बताया कि किसान यथा संभव आलू भंडारण के समय अपना आलू तौल करके रखें और अपने जमा पर्ची पर अनुमानित तौल को भी दर्ज करायें जिससे भविष्य में होने वाले विवाद का यथासंभव निस्तारण करने में सुविधा रहे। मंडी समिति के सहायक सचिव गया प्रसाद ने मंडी समिति से किसानों को होने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया। स्पाइस बोर्ड के सहायक निदेशक संदीप सिंह यादव ने विभाग से होने वाली योजनाएं जैसे सुरक्षित मेंथा आसवन इकाई के बारे में बताया कि एक एकड़ से 20 एकड़ तक के किसानों के लिए सामान्य एवं पिछड़ी जाति के कृषकों को 50 प्रतिशत एवं 188000 तथा अनुसूचित जाति अनुसूचित, जनजाति को 75 प्रतिशत अर्थात दो 280000 तक का एवं कृषि उत्पादक समूह समितियां एवं कंपनियों को 90 प्रतिशत अर्थात 338000 तक का अनुदान देय है, जिससे सुरक्षित आसवन किया जा सके साथ ही हल्दी एवं बीजीय मसाले के उत्पादन को बढ़ावा देने पर विस्तार से चर्चा की तथा उत्पादन को सही मूल्य दिलाने के लिए आश्वासन किसानों को दिया। मेंथा किसानों की परिस्थितियों पर सनत कुमार अनाड़ी एवं राजकुमार सोनी ने कविताएं पढ़ीं। सहायक निदेशक संदीप सिंह यादव ने सेमिनार में आए हुए किसानों का धन्यवाद ज्ञापित किया। सेमिनार में प्रेम किशोर पप्पू प्रधान, अशोक वर्मा, कन्हैया लाल, अमर सिंह, विपुल कुमार सहित आदि किसान मौजूद रहे।02