अवधनामा संवाददाता
पैलानी/बांदा। खप्टिहा कला स्थित परमहंस श्री रणछोड़ दास इंटर कॉलेज में फसल अवशेष पराली/क्रषि अपशिष्ट के प्रबंधन पर परिचर्चा एवं व्याख्यान का आयोजन किया गया।क्रषि अध्यापक शिवनारायण त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि फसल अवशेष पराली आदि जलाने से होने वाले दुष्परिणामों जैसे वायु प्रदूषण, धुंध के कारण दुर्घटनाए तथा म्रदा की भौतिक दशा खराब होने के साथ साथ उत्पादन एवं उत्पादकता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।आगे कहा कि पराली को कंपोस्ट खाद के रूप में परिवर्तित कर फसल का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन बढ़ाने, इसके लिए प्रत्येक खेत में एक गड्ढा खोदकर उसमें पराली की अच्छी कंपोस्ट खाद तैयार की जा सकती है। वही क्रषि अध्यापक विनोद कुमार कुशवाहा ने कहा कि रोजाना पराली को पशु शाला में भेजें जिससे गोवंशों को जमीन पर बैठने में राहत रहेगी।इस दौरान प्रधानाचार्य महेंद्र कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर किसानों से आहवान किया गया कि पराली दो खाद लो को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक विजयपाल सिंह व जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देश पर फसल अवशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में श्याम सिंह यादव,मान सिंह, देवेंद्र दुवेदी आदि मौजूद रहे।