भाटपाररानी के बंधी भिसा गांव में सर्पदंश से 18 वर्षीय बिट्टू की मौत हो गई। परिजनों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और सड़क जाम कर दी। उनका कहना है कि समय पर इलाज नहीं मिलने से बिट्टू की जान चली गई। पुलिस और स्थानीय नेताओं के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
भाटपाररानी। बंधी भिसा के रहने वाले 18 वर्षीय बिट्टू पुत्र अशोक कुशवाहा को रात में सोते समय बिस्तर पर चढ़कर जहरीले सर्प ने डंस लिया। आनन फानन में स्वजन उसे लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां चिकित्सक ने युवक की हालत गंभीर देख उसे महर्षि देवरहवा बाबा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।
उपचार के लिए ले जाते समय सोनूघाट के समीप उसकी मौत हो गई। आक्रोशित स्वजन व ग्रामीण भाटपाररानी पीएचसी पहुंचकर हंगामा खड़ा करते हुए सड़क जाम कर दिया। कार्रवाई के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए और जाम समाप्त किया।
स्वजन के अनुसार भोर में सोते समय बिट्टू को जहरीले सर्प ने डंस लिया। जानकारी होने के बाद हम लोगों तत्काल उसे लेकर स्थानीय प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां मौजूद चिकित्सक ने हीलाहवाली करते हुए समुचित उपचार करने के बजाय मरीज को रेफर कर दिया। हम लोग काफी देर तक एंबुलेंस की व्यवस्था में लगे रहे।
बावजूद इसके चिकित्सक ने कोई उपचार नहीं किया। एम्बुलेंस नहीं मिलने हम उसे बाइक से लेकर देवरिया के लिए निकले। रास्ते में सोनूघाट के समीप पहुंचे थे कि बिट्टू ने तड़प कर दम तोड़ दिया। हम लोग उसे लेकर जिले के अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
यह सूचना आग की तरह मृतक के गांव में पहुंच गई। देखते ही देखते ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में लामबंद होकर स्थानीय पीएचसी पहुंचकर मृतक के शव आने का इंतजार करते हुए नारेबाजी करने लगे। जैसे ही मृतक का शव स्थानीय पीएचसी गेट पर पहुंचा आक्रोशत ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा।
पीएचसी गेट के सामने मुख्य मार्ग पर शव को नीचे रखकर सड़क जाम कर दिया। घटना की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस बल के साथ थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए। उधर, ग्रामीणों के तेवर से हलकान थानाध्यक्ष ने उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों ने सर्किल क्षेत्र के सभी थानाध्यक्षों को घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति संभालने का निर्देश जारी किया। सबसे पहले पहुंचे खामपार के थानाध्यक्ष महेंद्र चतुर्वेदी ने काफी सूझ बूझ से आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझाकर रास्ते से शव को पीएचसी परिसर में ले जाने को राजी किया।
लगभग एक घंटे तक चले इस जाम से लोगों को मुक्ति मिली और आवागमन शुरू हो गया। इसके बाद भी आक्रोशित स्वजन व ग्रामीण पीएचसी परिसर में आंदोलित रहे। इस दौरान एसडीएम की अनुपस्थिति में पहुंचे तहसीलदार अभिजीत प्रताप सिंह ने अथक प्रयास किया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
स्वजन लापरवाह चिकित्सक को सामने बुलाने पर अड़े रहे। इसी दरम्यान भाजपा नेता अश्वनी सिंह ने आंदोलन के बीच पहुंचकर स्वजन व ग्रामीणों को कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। इसी दरम्यान पहुंचे प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. इमाम हुसैन सिद्दीकी से अश्वनी ने तीखे सवाल किया और शासन को बदनाम करने का आरोप लगाया।
प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. इमाम हुसैन सिद्दीकी ने कहा कि लापरवाह चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। शासन की मंशा के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। जिससे ग्रामीणों का गुसा कम हुआ व मृत युवक के शव को लेकर स्वजन घर चले गए।