जिले में राष्ट्रीय मार्गों, राजमार्गों और जिला मार्गों पर डग्गामारी तेज होने के कारण रोडवेज को इनकम में हर महीने सात से आठ लाख रुपए का घाटा हो रहा है। डग्गामारी रोकने के मामले में एस डी एम, कोतवाल, डी एम और एस पी को ए आर एम की ओर से भेजे गए पत्र फाइलों में बंद पड़े हुए हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से सहयोग न मिलने के कारण डग्गामार बस स्टेशनों के पास से ही फर्राटा भर रहे हैं।
शासनादेश के अनुसार प्राइवेट बस और टैक्सी स्टैण्ड रोडवेज बस स्टेशन से कम से कम एक किमी दूर होने चाहिए।नगर पंचायतें और नगर पालिकाएं इस मामले में पूरी तरह शासनादेश को पलीता लगा रही हैं। प्राइवेट वाहनों के स्टैंड बस स्टेशनों की नाक के नीचे संचालित हैं। अमेठी, गौरीगंज, मुसाफिर खाना,जायस और जगदीशपुर में राष्ट्रीय मार्गों पर धड़ल्ले से डग्गामारी हो रही है। पुलिस मौन है और ए आर टी ओ आफिस से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
संयुक्त चेकिंग अभियान में पकड़े गए आठ वाहन
जगदीशपुर। सोमवार को ए आर एम काशी प्रसाद और क्षेत्रीय कर अधिकारी दिनेश कुमार रावत ने संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया। अभियान के दौरान एक दर्जन से अधिक वाहन पकड़े गए। एक वाहन को सीज किया गया है।आठ वाहनों का चालान किया गया है।
उधर नये ए आर टी ओ महेंद्र बाबू ने अभी तक अमेठी डिपो में इस सम्बन्ध में स्थानीय प्रशासन और ए आर एम के साथ कोई बैठक नहीं की गई है।
ए आर टी ओ के ढुलमुल रवैए के कारण उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को पिछले महीने लगभग सात लाख रुपए का घाटा हुआ है। एस डी एम,सी ओ और कोतवाल अभी तक डग्गामारी रोकने के अभियान में शामिल नहीं हुए हैं।
मेरे पास ऐसी कोई फोर्स नहीं जिसका सहयोग लेकर मैं प्राइवेट वाहनों को बस स्टेशन से दूर खदेड़ सकूं।टाउन एरिया कोई सहयोग नहीं कर रही। हमने एस डी एम, कोतवाल, डी एम और एस पी को कई बार पत्र लिखे हैं।हाल ही में तीस जुलाई को भी पत्र भेजा है। प्रशासन का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।