पुरानी पेंशन के साथ में देश के 10 करोड़ वोटर्स: विजय बन्धु

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अवधनामा संवाददाता

केंद्र सरकार में पुरानी पेंशन पर चल रहा गहन मंथन, एमपी के सीएम हैं परेशान: विजय बन्धु

निजीकरण का विरोध करके ही उपलब्ध करा पाएंगे नई पीढ़ी को रोजगार: बन्धु

 एनपीएस-निजीकरण भारत छोड़ो रथयात्रा का जिले में हुआ जोरदार स्वागत

रायबरेली। एनपीएस और निजीकरण के विरोध में चंपारण से रथयात्रा लेकर निकले ऑल टीचर्स ऐण्ड एम्प्लॉइज़ वेलफ़ेयर एसोसिएशन (अटेवा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पेंशन पुरूष विजय कुमार ‘बन्धु’ देररात जिले में पहुंचे।प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर स्थित हंसी खुशी लॉन में रात्रि के 11 बजे आयोजित स्वागत जनसभा में सैकड़ों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोगों का यह संघर्ष बर्बाद नहीं जाएगा। अब जल्द ही हम लोगों के अच्छे दिन आएंगे। यह संघर्ष सिर्फ कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों का संघर्ष नहीं बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों का भी संघर्ष है। जितना ज्यादा हम अपनी सक्रियता को बढाएंगे उतनी जल्दी हमें हमारी मंजिल मिलेगी। सरकार को एक दिन हम लोगों के सामने झुकना ही पड़ेगा और हमें पेंशन देनी होगी। सरकार हम लोगों को ऐसे ही पेंशन नहीं देगी बल्कि लगातार चुनावों में मिल रही हार की वजह से मिलेगी। सरकार हमारे साथ खड़े 10 करोड़ वोटर्स से डर रही है और हम अपनी जंग वोट के बदौलत ही जीत सकते हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनावों के मद्देनजर वर्ष 2023-24 पुरानी पेंशन बहाली आन्दोलन के लिहाज से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण वर्ष है। हमें समझदारी का परिचय देते हुए धर्म, समुदाय, जाति, विभाग, संगठन, भाषा, क्षेत्र के बन्धनों से मुक्त होकर एक शिक्षक और कर्मचारी के रूप में वोट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए प्रतिबद्ध होना ही पड़ेगा। बिना इसके ये अन्धी बहरी सरकारें सुनने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें चाहे दिल्ली तक लड़ना पड़े, हम लोग संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमें निजीकरण का भी विरोध करना होगा। अगर हम निजीकरण का विरोध नहीं करेंगे तो फिर आने वाली पीढ़ी को रोजगार भी नहीं उपलब्ध करा पाएंगे।

प्रदेश महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी, प्रदेश संगठन मंत्री रजत प्रकाश यादव ने कहा सही नेतृत्व के तहत निरंतर लम्बे संघर्ष के बाद आज पांच राज्यों राजस्थान, छतीसगढ़, पंजाब, झारखण्ड एवं हिमांचल प्रदेश में पुरानी पेन्शन व्यवस्था बहाल हो चुकी है। जल्द ही कर्नाटक में भी पुरानी पेंशन बहाल होने जा रही है। अब वह दिन दूर नहीं जब पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाल होकर रहेगी। बस जरूरत है तो सही दिशा एवं सही नेतृत्व में अपने संघर्ष को आगे बढ़ाने की।

जिला संयोजक इरफान अहमद, जिला संयोजिका सरला वर्मा, जिला संरक्षक राजेश यादव व सुरेन्द्र वर्मा, महामन्त्री राजकुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष अंजनी मौर्य एवं मीडिया प्रभारी मोहम्मद नसीम ने कहा हमे पुरानी पेंशन आन्दोलन के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझना होगा। यह ऐसा समय है कि जब हमें पुरानी पेंशन आन्दोलन के प्रति प्रिन्ट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल एवं सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता को बढ़ाने के साथ ही जनसंपर्क को बढ़ावा देकर इस आंदोलन को एक बृहद जन आन्दोलन का रूप देना है।
बता दें, बिहार के चम्पारण ज़िले से प्रारम्भ होकर बलिया, गाजीपुर, मुगलसराय, वाराणसी, भदोही, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, गौरीगंज होते हुए “एनपीएस-निजीकरण भारत छोड़ो रथयात्रा” जिले में पहुँची थी। ऑल टीचर्स ऐण्ड एम्प्लॉइज़ वेलफ़ेयर एसोसिएशन (अटेवा) की तरफ से भव्य स्वागत किया गया।
इस मौके रेलकोच के विनोद यादव, जिला प्रवक्ता अनवर अली एवं मयंक वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी आशीष पटेल, संगठन मंत्री अनिल यादव, मन्त्री शिवनाथ यादव, प्रकाशचन्द्र यादव, राजेन्द्र यादव, शत्रुघ्न कुमार, अविनाश यादव, आशुतोष यादव, अमित बाजपेयी, मोहम्मद सगीर, मोहम्मद रमज़ान, सुनील पाल, वीरेंद्र सिंह, रणविजय सिंह गंगापारी, राघवेन्द्र यादव, शिवशरण सिंह, संजय सिंह, अभिषेक पटेल, नीरज शर्मा, सरिता यादव, दिलीप पाल, लालजी यादव, योगेंद्र गुप्ता, कुलदीप मनमौजी, अमित कुमार, अब्दुल हलीम, मोहम्मद ज़की, विक्रम सिंह चौहान, राजेन्द्र यादव, मनोज पटेल, लेफ्टीनेंट दिनेश कुमार, शैलेश यादव, हरिकेष मौर्या, तपस्या पुरवार, अशोक शुक्ला, विजय शंकर शुक्ला के साथ विभिन्न विभागों एवं संगठनों के सैकड़ों पदाधिकारियों, सदस्यों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।

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