मुंबई में भी सामने आये कोरोना वायरस के मामले

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मुंबई में दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मुंबई में कोरोना वायरस के ये पहले मामले हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल सात मामले सामने आ चुके हैं. इन दो नए मामलों के सामने आने के बाद देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्‍या बढ़कर 62 हो गई है.

उधर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में जो लोग कोरोना वायरस के परीक्षण में पोजिटिव पाये गये हैं, उनकी स्थिति स्थिर है और यात्रियों पर निगरानी बढ़ाने के लिए हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है. उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाली जगहों, धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों से बचने की अपील की. ठाकरे ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह ली जानी चाहिए और ग्राम सभाओं को गांवों में इस कोरोनावायरस के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए.

 

 

उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि जरूरत पड़ने पर पुणे के समीप पिंपरी चिंचवाड़ के अस्पताल में पृथक केंद्र की भी व्यवस्था की जाए. फिलहाल केवल पुणे के नायडू अस्पताल में पृथक सुविधा है.

इससे पहले दिल्ली और राजस्थान में कोरोना वायरस से संक्रमण का एक-एक नया मामला सामने आने के बाद बुधवार को कुल मामलों की संख्या बढ़कर 60 हो गई थी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा कि इनमें दिल्ली में पॉजिटिव पाए गए पांच मामले और उत्तर प्रदेश के नौ लोग शामिल हैं जिनमें बुधवार सुबह तक संक्रमण की पुष्टि हुई है. मंत्रालय ने बताया था कि 16 इतालवी नागरिकों समेत संक्रमित लोगों की कुल संख्या 60 हो गई है.

 

कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोविड-19 के क्रमश: चार और दो मामले सामने आए हैं. लद्दाख में भी दो लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव मिले हैं. मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में संक्रमण का एक-एक मामला सामने आया है. केरल में अब तक नौ मामले सामने आए हैं जिनमें वो तीन मरीज भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई थी.

वीडियो कॉल के जरिये मंगलवार को मेदांता और सफदरजंग अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के कुछ मरीजों से बात करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि सभी संक्रमित व्यक्तियों की हालत स्थिर है और सुधार के संकेत दिख रहे हैं. भी अपनाए जा रहे मौजूदा प्रोटोकॉल के मुताबिक संदिग्ध मामले की ‘पुष्टि’ से पहले उसका कम से कम दो बार परीक्षण किया जा रहा है. वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच भारत ने मंगलवार को फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के नागरिकों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी और उनके अब तक जारी नियमित और ई-वीजा को स्थगित कर दिया.

 

आव्रजन ब्यूरो द्वारा मंगलवार देर रात जारी एक अधिसूचना में कहा गया, “फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के ऐसे नागरिकों, जिन्होंने अब तक देश में प्रवेश नहीं किया है, को 11 मार्च या उससे पहले जारी सभी नियमित (स्टीकर)वीजा/ई-वीजा निलंबित किये जाते हैं.” इसमें कहा गया कि ऐसे सभी विदेशी नागरिकों जिनका एक फरवरी या उसके बाद इन देशों की यात्रा का रिकॉर्ड है और उन्होंने अब तक भारत में प्रवेश नहीं किया है तो उनके भी ई-वीजा समेत नियमित वीजा निलंबित किये जाते हैं.

 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यात्रा परामर्श जारी करते हुए चीन, हांगकांग, कोरिया गणराज्य, जापान, इटली, थाईलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की यात्रा करने वाले लोगों से भारत आने के बाद स्वत: 14 दिन तक खुद को पृथक रखने को कहा है और उनके नियोक्ताओं से कहा है कि इस अवधि के दौरान उन्हें घर से काम करने की सुविधा दी जाए. भारत इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान और चीन के नागरिकों के लिए पहले ही वीजा निलंबित कर चुका है.

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