सहकारिता मंत्री की एनडीडीबी को सलाहकोऑपरेटिवोंको केंद्र में रखभारत को “विश्व की डेरी” के रूप में करें स्थापित

0
244

 

नई दिल्ली:  अमित शाह, माननीय गृह और सहकारिता मंत्री, भारत सरकार ने भारतीय डेरी क्षेत्र में राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पहल की सराहना की और डेरी बोर्ड से सहकारी डेरियों को और मजबूत करने और जिन पंचायतों/गांवों में डेरी उद्योग की क्षमता है वहां डेरी सहकारी समितियों का गठन करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को कहा।
माननीय मंत्री ने बहु-वस्तु सहकारी समितियों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और कहा कि सहकारी समितियों के उत्पादन के निर्यात के लिए एक ब्रांड होना चाहिए, जैविक उत्पाद को बढ़ावा देना चाहिए, सहकारी समितियों के बीच सहयोग से दुग्ध प्रसंस्करण सुविधाओं का बेहतर उपयोग होना चाहिए, डेरी मशीनरी के निर्माण में आत्मनिर्भरता लाना होगा और एनडीडीबी की सहायक कंपनी आईडीएमसी लिमिटेड के माध्यम से स्वदेशी डेरी उपकरणों के निर्यात को बढ़ावा देना होगा।
माननीय केंद्रीय मंत्री जी ने यह भी उल्लेख किया कि एनडीडीबी की सहायक कंपनियों को इन लक्ष्यों को हासिल करने में अग्रणी और महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
एनडीडीबी के अध्यक्ष श्री मीनेश शाह ने माननीय केंद्रीय मंत्री जी का स्वागत, सहकारिता सचिव श्री ज्ञानेश कुमार, संयुक्त सचिवश्री पंकज कुमार बंसल और एनडीडीबी निदेशक मंडल के सदस्य सुश्री वर्षा जोशी, अतिरिक्त सचिव (डेरी विकास), पशुपालन विभाग, भारत सरकार, श्री शामलभाई बालाभाई पटेल, अध्यक्ष, गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड, श्री निहाल चंद शर्मा, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड, डॉ. एन.एच. केलावाला, कुलपति, कामधेनु विश्वविद्याल की उपस्थिति में किया।
माननीय सहकारिता मंत्री ने पड़ोसी देशों और अफ्रीकी देशों में डेरी को मजबूत करने के लिए एनडीडीबी की पहल को भी सराहा और कहा कि किसानों की आय को और बढ़ाने के लिए भारत को गुणवत्ता वाले दूध और दूध उत्पादों के निर्यात के माध्यम से “विश्व की डेरी” बनने की जरूरत है। इससे माननीय प्रधानमंत्री के “वसुधैव कुटुम्बकम” के लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
एनडीडीबी चेयरमैन ने माननीय मंत्री को भारत के डेरी परिदृश्य के बारे में अवगत कराया। एनडीडीबी “किसान सर्वप्रथम” की दृष्टि से अपने सभी योजनाओं का क्रियान्वयन सहकारिता की रणनीति के तहत कर रही है। किसानो द्वारा पशुपालन की वैज्ञानिक पद्धति को अपनाकर, एनडीडीबी की आनुषंगी संस्थाओं ने भी डेरी सहकारिताओं को मजबूत कर, करोड़ो किसानों की आजीविका को सुदृढ़ कर एनडीडीबी के उद्देश्यों को आगे बढ़ाया है। एनडीडीबी के चेयरमैन और बोर्ड के सदस्यों ने माननीय मंत्री महोदय को उनके मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया और डेरी क्षेत्र के विकास हेतु पूर्ण सहयोग के लिए उन्हे आश्वासन दिया।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here