बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के चलते जिले की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। हड़ताल पर गये जिले के 600संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी अपनी मांगों पर अंडे हुए हैं। बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने संविदा कर्मियों की मांगों के समर्थन में ज्ञापन दिया और छंटनी रोकने की मांग की।
मंगलवार को जिले में लगभग 18घंटे बिजली नहीं थी। बिजली विभाग के अभियंताओं और प्रशासन के अधिकारियों की लाख कोशिश के बाद रात में दो बजे कुछ उपकेन्द्रो की विद्युत आपूर्ति बहाल हो पाई। सुबह फिर से आपूर्ति कट गई।दिन भर लोग गर्मी से बेहाल रहे।
जिला मुख्यालय पर किसान नेता रीता सिंह ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर कर्मचारियों की छंटनी रोकने और बिजली की आपूर्ति बहाल करने की मांग की।
कांग्रेस पार्टी ने जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंहल के नेतृत्व में मुख्य मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि भीषण गर्मी के मौसम में संविदा कर्मियों को सेवा से बाहर करने का निर्णय उचित नहीं है। मुख्यमंत्री से हड़ताली कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता कर समस्याओं का निस्तारण करने और हड़ताल समाप्त कराने की मांग की गई है। आशीष शुक्ला, राजीव सिंह,डॉ अरविन्द चतुर्वेदी,अनिल सिंह,सर्वेश सिंह, संजय सिंह, डॉ देवमणि तिवारी, देवेन्द्र सिंह,रमाकांती, ममता पांडेय , महेन्द्र तिवारी, गीता सिंह, शुभम् सिंह, अरुण मिश्रा आदि मौजूद रहे।
अधीक्षण अभियंता रविकांत ने बताया कि 55साल आयु के संविदा कर्मियों की छंटनी को लेकर संविदा कर्मी 72घंटे की स्ट्राइक पर है।600कार्मिक कम हो गये है। उपलब्ध मानवीय संसाधनों की मदद से बिजली आपूर्ति ठीक करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।