दीपावली पर्व मनाने के लिए तैयार हो रहे लखनऊ के मोहल्लों व कालोनियों के बाजारों में चायनीज झालरों के बाद अब चायना दीपक आ गये हैं। ये प्लास्टिक से बने दीपकों की खासियत है कि इन्हें पानी से जलाया जाता है।
अलीगंज सेक्टर क्यू चौराहे के निकट सजाये गये दीपावली बाजार में बिक्री के लिए लाये गये चायना दीपक को पचास रुपये प्रति से लेकर सौ रुपये प्रति तक विक्रय किया जा रहा है। अलीगंज की तरह ही तेलीबाग, डालीगंज, गोमती नगर, टेढ़ी पुलिया, राजाजीपुरम के बाजारों में भी चायना दीपकों को उतारा गया है।
चौक क्षेत्र के व्यापारी मुन्ना ने बताया कि बच्चों को बेचे जाने वाले खिलौने की तरह ही चायना दीपक का निर्माण हुआ है। ये दीपक प्लास्टिक से निर्मित है। इसके भीतर एक हैंडवॉच बैटरी लगी होती है। जो पानी के सम्पर्क में आने पर रिएक्शन करती है। बैटरी से जुड़ी एक दाने के बराबर की बत्ती उससे जल उठती है।
उन्होंने बताया कि लखनऊ में यह पहली बार हो रहा है, जब चायना दीपकों को बाजार में उतारा गया हैं। चायना दीपक पूरी तरह से लोगों के दिलों में उतर जायेंगे तो अगली बार इसे बड़े पैमाने पर बाजार में उतारा जायेगा। बाजारों में दुकानदारों ने अभी चायना दीपक का रेट अपने हिसाब से तय कर लिया है। आगे दीपक का एक रेट भी तय किया जायेगा।
वहीं चायना दीपक को पसंद करने वाले वर्मा परिवार के सदस्य संदीप ने कहा कि दीपावली पर मोमबत्ती, देशी वाली बाती लगाकर मिट्टी दीपक, गोमय दीपक तो हमने जलाया ही है। इस बार चायना दीपक को भी जलाकर देखेंगे। जो ये दीपक दो से तीन रात तक पानी से जलते रहें तो अगली बार इसे ही बड़े पैमाने पर खरीदेगें। घर के बच्चों के पसंद पर इसे खरीदकर ले जा रहे हैं।