चीन के अमेरिका स्थित दूतावास ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा है कि ‘अगर अमेरिका युद्ध ही चाहता है, फिर चाहे वो टैरिफ युद्ध हो या फिर व्यापार युद्ध या किसी भी तरह का युद्ध तो हम तैयार हैं और अंत तक इस लड़ाई को लड़ेंगे।’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा है कि जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाएगा, उसके बदले में अमेरिका भी 2 अप्रैल से उस देश पर उतना ही टैरिफ लगाएगा। ट्रंप के इस एलान ने कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। चीन जो पहले ही ट्रंप के टैरिफ से जूझ रहा है, उसने अमेरिका को धमकी दे डाली है। चीन के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा है कि ‘अगर अमेरिका युद्ध ही चाहता है, फिर चाहे वो टैरिफ युद्ध हो या फिर व्यापार युद्ध या किसी भी तरह का युद्ध तो हम तैयार हैं और अंत तक इस लड़ाई को लड़ेंगे।’
चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को दी चुनौती
चीन के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में अमेरिका को चेतावनी देते हुए लिखा कि फेंटानिल का फिल्मी मुद्दा बनाकर अमेरिका चीन से आने वाले सामान पर टैरिफ बढ़ा रहा है। ऐसे में अपने हितों को सुरक्षित रखना हमारा अधिकार है। अमेरिका के फेंटानिल संकट के लिए न अमेरिका और न ही कोई और जिम्मेदार है। इसके बावजूद मानवता और अमेरिका के प्रति समर्थन जताते हुए हमने इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए। इसके बावजूद हमारी कोशिशों को मानने के बजाय अमेरिका, हम पर ही आरोप लगा रहा है और चीन को ही टैरिफ बढ़ाने के नाम पर ब्लैकमेल कर रहा है। वे हम पर उनकी मदद के लिए दबाव बना रहे हैं। इस तरह से अमेरिका की परेशानी हल नहीं होगी और इससे हमारे द्विपक्षीय संबंध और सहयोग भी कमजोर होगा।’
‘धमकी से हमें डराया नहीं जा सकता’
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ‘धमकी देकर हमें डराया नहीं जा सकता। दबाव या धमकी, चीन से डील करने का सही तरीका नहीं है। जो भी चीन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, वह गलतफहमी में है और गलत व्यक्ति से पंगा ले रहा है। अगर अमेरिका सच में फेंटानिल समस्या से निपटना चाहता है तो सही तरीका ये है कि चीन से बात करे और एक दूसरे को पूरा सम्मान दें। अगर अमेरिका युद्ध चाहता है, फिर चाहे वो टैरिफ युद्ध हो या व्यापार युद्ध या कोई भी युद्ध तो हम तैयार हैं और अंत तक लड़ेंगे।’