बाल विवाह कुप्रथा, कारण गरीबी अशिक्षा सामाजिक असमानता- अवधेश
अवधनामा संवाददाता
रामसनेहीघाट बाराबंकी। चाइल्ड लाइन जिला उप केंद्र द्वारा मिशन शक्ति अभियान फेस 4.0 के तहत ग्रामीण महिलाओं के साथ बाल विवाह रोकथाम हेतु बनीकोडर ब्लाक के ग्राम ढिकुलिहा गांव में चर्चा का आयोजन किया गया।
इस दौरान टीम लीडर अवधेश कुमार ने कहा कि बाल विवाह मानव अधिकार हनन के साथ-साथ सामाजिक रूप से स्वीकृत किया हुआ महिलाओं के शोषण का सशक्त माध्यम है। इसके खिलाफ कई कानून बने एवं निरंतर व्यापक प्रयास के बावजूद वैश्विक स्तर पर यह प्रथा जारी है। हम इस प्रथा के उन्मूलन की दिशा में कठिनाई एवं चुनौतियों का सामना करते हैं। जिसका प्रमुख कारण समाज में व्याप्त गरीबी अशिक्षा सामाजिक असमानता आदि है। बाल विवाह ना केवल लड़कियों के जीवन और स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि उनके भविष्य की संभावनाएं भी सीमित करता है। उन्होंने कहा सरकार द्वारा बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 में बाल विवाह करवाना एक संज्ञेय और गैर जमानती अपराध है। टीम सदस्य अखिलेश कुमार एवं राम कैलाश ने नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालंबन, के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर चाइल्डलाइन टीम सदस्य अंजली जायसवाल, वंदना, समूह सखी सुनीता वर्मा, एस एच जी अध्यक्ष प्रिया, अनुपमा, पुनम वार्ड सदस्य रामावती आदि तमाम महिलाएं बालिकाएं उपस्थित रहे।
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